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चारधाम यात्रा 2025: अक्षय तृतीया पर शुरू हुई यात्रा, गूंजे जयकारे, जानिए अहम बातें

चारधाम यात्रा 2025: अक्षय तृतीया पर हुई शुरुआत, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के खुले कपाट, श्रद्धालुओं पर हुई फूलों की बारिश अक्षय तृतीया के खास दिन पर आज उत्तराखंड की पवित्र चारधाम यात्रा की शुरुआत हो गई। सुबह सबसे पहले गंगोत्री धाम के कपाट साढ़े 10 बजे खोले गए, और इसके बाद 11 बजकर 50 मिनट पर यमुनोत्री धाम के कपाट भी भक्तों के लिए खोल दिए गए। इन दोनों पावन धामों में कपाट खुलने के इस खास मौके पर खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे। इस दौरान श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से फूलों की बारिश की गई, जिससे माहौल भक्तिमय हो गया। अब 2 मई को बाबा केदारनाथ के कपाट खुलेंगे और 4 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं के जत्थे भी धीरे-धीरे रवाना हो रहे हैं। मंगलवार को 84 गाड़ियों में करीब 1400 श्रद्धालु यमुनोत्री की ओर निकले। बुधवार सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर शुभ अभिजीत मुहूर्त में गंगोत्री धाम के कपाट भक्तों के लिए खोले गए। इस मौके पर पूरा गंगोत्री धाम “जय मां गंगे” के नारों से गूंज उठा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी इस पावन घड़ी में गंगोत्री पहुंचे और मां गंगा के दर्शन किए।

श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा है  सुबह से ही गंगोत्री धाम की ओर श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। मंगलवार को मां गंगा की डोली मुखबा गांव से विधिवत पूजा-अर्चना के बाद रवाना हुई थी, जो रात में भैरोंघाटी में ठहरी और आज सुबह गंगोत्री धाम पहुंची। उधर, मां यमुना की डोली भी यमुनोत्री धाम में पहुंच गई है। यमुनोत्री धाम रवाना होने से पहले मां यमुना की डोली अपने भाई सोमेश्वर महाराज के मंदिर प्रांगण में पहुंची थी। वहां से डोली को जनकीचट्टी होते हुए जयकारों के साथ यमुनोत्री की ओर रवाना किया गया, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।

चारधाम यात्रा में रजिस्ट्रेशन ज़रूरी, जानिए पूरा प्रोसेस चारधाम यात्रा पर जाने के लिए सभी यात्रियों को पहले रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। इसके लिए सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण किया जा सकता है। इसके अलावा उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड की वेबसाइट पर भी लॉगिन करके रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। अगर आप हेली सेवा का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो उसके लिए भी पहले रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी होगा। ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा हरिद्वार, ऋषिकेश, हरबर्टपुर और विकासनगर में उपलब्ध है। ऋषिकेश में 30, हरिद्वार में 20 और हरबर्टपुर व विकासनगर में 15-15 रजिस्ट्रेशन काउंटर खोले गए हैं, जहां यात्री जाकर पंजीकरण करा सकते हैं।

यात्रा मार्ग पर चेकिंग और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम चारधाम यात्रा के रास्तों—जैसे सोनप्रयाग, पांडुकेश्वर, हिना और बड़कोट—में रजिस्ट्रेशन की जांच की जाएगी। साथ ही, हर वाहन को ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड बनवाना अनिवार्य है। बिना इन कार्डों के कोई भी वाहन यात्रा में शामिल नहीं हो सकेगा। ग्रीन कार्ड बनवाने के लिए पहले पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर पंजीकरण करना होगा, फिर किसी भी एआरटीओ ऑफिस में जाकर ग्रीन कार्ड बनवाया जा सकता है। अगर आप दूसरे राज्य से आ रहे हैं, तो वाहन चलाने वालों को यात्रियों की पूरी सूची देनी होगी, जिसमें उनका मोबाइल नंबर और पहचान की पुष्टि जरूरी है। इसके अलावा आपने जहां ठहरने की बुकिंग की है—जैसे होटल या धर्मशाला—उनका नाम और फोन नंबर देना भी जरूरी होगा। यात्रा की निगरानी के लिए कड़ी व्यवस्था 0इस बार चारधाम यात्रा मार्ग को 15 सुपर ज़ोन, 41 ज़ोन और 217 सेक्टरों में बांटा गया है। पूरे रास्ते में पुलिस की सख्त निगरानी रहेगी। यात्रा मार्ग पर 624 सीसीटीवी कैमरे एक्टिव किए गए हैं ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस बार पहली बार केंद्र सरकार से 10 कंपनियों की अर्द्धसैनिक बलों की मांग की गई है, ताकि किसी भी स्थिति में श्रद्धालुओं को पूरी सुरक्षा दी जा सके।

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