
दिल्लीवालों के लिए खुशखबरी! 2026 तक सड़कों पर दौड़ेंगी 11,000 बसें, 70 लाख नए पेड़ लगाने की योजना
नई दिल्ली: राजधानी के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने ऐलान किया है कि दिल्ली में 2026 तक 11,000 बसें लाई जाएंगी, जिससे पब्लिक ट्रांसपोर्ट को और बेहतर बनाया जाएगा। साथ ही, 70 लाख नए पौधे लगाकर पर्यावरण को भी सुधारने की दिशा में काम किया जाएगा। वहीं, दिल्ली एंटी करप्शन ब्रांच (ACB) ने फर्जी फार्मेसी रजिस्ट्रेशन घोटाले का पर्दाफाश करते हुए 47 लोगों को गिरफ्तार किया है। आइए जानते हैं पूरी खबर…
2026 तक दिल्ली में 11,000 बसें लाने का लक्ष्य
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में यातायात सुविधाओं को सुधारने और पब्लिक ट्रांसपोर्ट को मजबूत बनाने के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। इस साल के अंत तक 5,500 नई बसें आ जाएंगी, और 2026 तक कुल 11,000 बसें सड़कों पर दौड़ेंगी। यह कदम न सिर्फ यात्रियों को राहत देगा, बल्कि ट्रैफिक और प्रदूषण को भी कम करने में मदद करेगा।
70 लाख नए पौधे और प्रदूषण पर सख्ती
सीएम ने यह भी बताया कि पर्यावरण सुधारने के लिए 70 लाख नए पौधे लगाए जाएंगे। साथ ही, 6 नए एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन और 500 ट्रैफिक कैमरे लगाए जाएंगे, जो प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर नजर रखेंगे। सरकार जल्द ही एक नई वाहन नीति लाने वाली है, जिसके तहत दिल्ली में बाहर से आने वाले वाहनों के लिए पॉल्यूशन सर्टिफिकेट अनिवार्य होगा। इसके अलावा, ई-वेस्ट निपटाने के लिए एक इको पार्क भी बनाया जाएगा।
“इलेक्ट्रिक बसें हमारी प्राथमिकता” – सीएम रेखा गुप्ता
रेखा गुप्ता ने कहा कि इलेक्ट्रिक बसें हमारी प्राथमिकता हैं और सरकार इसी दिशा में तेजी से काम कर रही है। आने वाले समय में और नई इलेक्ट्रिक बसें शुरू की जाएंगी, जिससे प्रदूषण को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार ने सिर्फ बहानेबाजी की, लेकिन हमारी सरकार दिल्ली को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने के लिए ठोस कदम उठा रही है।
बढ़े हुए पानी के बिल की होगी जांच, गलत बिल होंगे माफ
दिल्ली सरकार में मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि पिछली सरकार में बिना सोचे-समझे लोगों को पानी के लाखों रुपये के बिल भेजे गए थे। कई छोटे मकानों में भी बेतहाशा बिल आया, जिसकी अब जांच कराई जा रही है। गलत बिलों को ठीक किया जाएगा और जरूरत पड़ी तो पूरी तरह माफ भी किया जाएगा। इसके अलावा, पानी के बिलों पर लगने वाले जुर्माने में भी राहत देने पर विचार हो रहा है और इस पर जल्द ही घोषणा की जाएगी।
दिल्ली में बड़ा घोटाला! फर्जी फार्मेसी रजिस्ट्रेशन रैकेट का पर्दाफाश, 47 गिरफ्तार
दिल्ली एंटी करप्शन ब्रांच (ACB) ने एक बड़े फर्जी फार्मेसी रजिस्ट्रेशन रैकेट का खुलासा किया है। इस घोटाले के तहत फर्जी दस्तावेजों के जरिए हजारों फार्मासिस्टों का अवैध पंजीकरण किया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घोटाला केजरीवाल सरकार के समय का है।
फर्जी दस्तावेजों पर पंजीकरण, बिना योग्यता के दवा बेच रहे थे लोग
ACB की जांच में सामने आया कि आरोपी कुलदीप सिंह ने 17 मार्च 2020 से 25 सितंबर 2023 के बीच 4,928 फार्मासिस्टों के रजिस्ट्रेशन को मंजूरी दी थी। इनमें से कई बिना किसी योग्यता के दिल्ली में दवा की दुकानें चला रहे थे। इस घोटाले में VMC नामक एक निजी फर्म को बिना टेंडर प्रक्रिया के ऑनलाइन पंजीकरण का ठेका दिया गया था। इसके चलते कई फर्जी फार्मासिस्ट और केमिस्ट अवैध रूप से पंजीकरण करवा चुके थे और बिना किसी प्रमाणपत्र के दवाइयां बेच रहे थे।
जांच जारी, और गिरफ्तारियां हो सकती हैं
अब तक 47 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, और आगे की जांच तेज कर दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
निष्कर्ष
दिल्ली सरकार एक तरफ जहां नई बसें लाने और पर्यावरण सुधारने में जुटी है, वहीं दूसरी तरफ फर्जी फार्मेसी रैकेट जैसे घोटालों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है। अब देखना होगा कि सरकार अपने वादों को कितनी तेजी से पूरा करती है और इन योजनाओं का आम जनता को कितना फायदा मिलता है।