
चावल, एक ऐसा खाद्य पदार्थ जिसे कई लोग अनहेल्दी मानते हैं, खासकर जब वजन घटाने की बात आती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि चावल को सही तरीके से पकाकर आप इसे हेल्दी और फायदेमंद बना सकते हैं? आयुर्वेद में चावल पकाने का एक खास तरीका बताया गया है, जो इसे आसानी से पचने वाला बनाता है और डायबिटीज और मोटापे जैसी समस्याओं में भी मदद कर सकता है।
सही चावल का चुनाव – सबसे पहले, सही चावल का चुनाव करें। पोषक तत्वों से भरपूर चावल के लिए, लगभग एक साल पुराने चावल का चुनाव करें। आप ब्राउन राइस, रेड राइस या बासमती चावल में से किसी एक को चुन सकते हैं।चावल को पकाने से पहले, उसे भिगोना बहुत ज़रूरी है। आयुर्वेद के अनुसार, चावल को कम से कम आधा घंटा और ज़्यादा से ज़्यादा एक घंटे तक भिगोना चाहिए। इससे चावल जल्दी पक जाते हैं और पाचन में भी आसानी होती है। भिगोने से चावल के एंजाइम और पोषक तत्व भी एक्टिव हो जाते हैं।
ज़्यादा पानी में पकाएं, स्टार्च निकालें – पारंपरिक तरीके से चावल को हमेशा ज़्यादा पानी में पकाया जाता है। पकने के बाद, अतिरिक्त पानी को निकाल दिया जाता है। इससे चावल में मौजूद स्टार्च निकल जाता है, जिससे यह हल्का हो जाता है और पचने में आसान हो जाता है। यह उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है जिन्हें कफ या टॉक्सिसिटी की समस्या है।
प्रेशर कुकिंग से बचें आयुर्वेद के अनुसार – प्रेशर कुकिंग से चावल के पोषक तत्व कम हो जाते हैं। इसलिए, चावल को हल्का उबालें और प्रेशर कुकिंग से बचें। मसालों का जादू चावल को स्वादिष्ट और हेल्दी बनाने के लिए, मसालों का इस्तेमाल करें। वात दोष के लिए जीरा, हींग, घी और अदरक के साथ पकाएं। पित्त दोष के लिए सौंफ, धनिया और इलायची डालकर पकाएं। कफ दोष के लिए:काली मिर्च, सरसों के दाने और हल्दी मिलाकर पकाएं। ताज़ा और गर्म चावल खाएं आयुर्वेद के अनुसार, चावल को हमेशा ताज़ा और गर्म खाना चाहिए। ठंडा, बासी या फ्रिज में रखा चावल खाने से बचना चाहिए।