
ग्वालियर की भावना सिंह हत्याकांड: तीनों आरोपी गिरफ्तार, नेपाल भागने की कोशिश नाकाम
इंदौर/ग्वालियर: इंदौर के महालक्ष्मी नगर में 21 मार्च को ग्वालियर की 28 वर्षीय भावना सिंह की गोली मारकर हत्या करने वाले तीनों आरोपी आशु यादव, मुकुल यादव और स्वास्ति राय को पुलिस ने बुधवार रात गिरफ्तार कर लिया। हिमाचल में छिपे थे, नेपाल के रास्ते विदेश भागने की साजिश तीनों आरोपी दतिया के रहने वाले हैं और वारदात के बाद हिमाचल प्रदेश के कसोल में जाकर छुप गए थे। उनकी योजना नेपाल के रास्ते विदेश भागने की थी, लेकिन पुलिस ने पहले ही उनके एटीएम कार्ड फ्रीज कर दिए। जैसे ही उन्होंने पैसे निकालने की कोशिश की, पुलिस को उनकी लोकेशन मिल गई और उन्हें धर दबोचा गया। तेज आवाज में गाना बजाने पर हुआ विवाद, नशे में चलाई गोली डीसीपी (जोन-2) अभिनय विश्वकर्मा के मुताबिक, घटना वाली रात करीब 2 बजे भावना सिंह और तीनों आरोपी हॉल में बैठकर शराब पी रहे थे। इस दौरान टीवी पर तेज आवाज में गाने चल रहे थे। जब हरियाणवी सिंगर मौसम शर्मा का गाना ‘पिस्टल फोर-फाइव का टांगू’ बजा, तो भावना ने इस पर आपत्ति जताई। इसी बात पर झगड़ा बढ़ गया और नशे में धुत मुकुल ने गुस्से में पिस्तौल निकालकर भावना को गोली मार दी।
गोली लगते ही भावना खून से लथपथ होकर गिर पड़ी। घबराए आरोपी उसे बांबे अस्पताल लेकर पहुंचे और झूठ बोला कि यह एक सड़क हादसा है। इलाज के लिए रुपये लाने का बहाना बनाकर वे वहां से भाग निकले। सुबह अखबार में खबर पढ़कर मचा हड़कंप, कार छोड़कर भागे आरोपियों ने पुलिस को बताया कि अगली सुबह जब उन्होंने अखबार में भावना की मौत की खबर पढ़ी, तो वे घबरा गए और इंदौर से भागने की योजना बनाई। पहले एक दोस्त की कार किराए पर ली, लेकिन भागने से पहले इसे निपानिया रोड पर लावारिस छोड़ दिया। नेपाल के रास्ते विदेश भागने वाले थे, ऐसे पकड़े गए तीनों आरोपी बस से भोपाल पहुंचे, फिर झांसी होते हुए दिल्ली चले गए। वहां से वे हिमाचल प्रदेश के कसोल गांव में जाकर छुप गए। उनकी योजना नेपाल के रास्ते किसी दूसरे देश भागने की थी, लेकिन एटीएम से पैसे निकालते वक्त पुलिस को उनकी लोकेशन मिल गई और उन्हें पकड़ लिया गया। होली पर हुए झगड़े के बाद खरीदी थी पिस्तौल
टीआई तारेश सोनी के मुताबिक, आशु और मुकुल यादव दतिया के भरतगढ़ मोहल्ले के रहने वाले हैं। स्वास्ति राय, जो इस केस में तीसरी आरोपी है, आशु की प्रेमिका है और उसी के साथ रहती थी। आशु खुद को जिम ट्रेनर बताता था, लेकिन उसने आईटी कंपनी का कर्मचारी बताकर इंदौर में किराए का घर लिया था। होली के दिन किशनगंज थाना क्षेत्र में उसकी शराब के नशे में किसी से लड़ाई हो गई थी। पिटाई के बाद गुस्से में मुकुल ने पिस्तौल खरीद ली, जो बाद में इस हत्याकांड में इस्तेमाल हुई। आरोपी आशु के पिता राजेश यादव की हत्या पहले ही हो चुकी है। आशु और मुकुल पहले भी दुबई जा चुके हैं। फरारी में मदद करने वाले भी फंस सकते हैं वारदात के बाद आरोपियों ने कई दोस्तों की मदद ली। पुलिस अब उन मददगारों को भी आरोपी बनाएगी। भोपाल में भी वे एक फ्लैट में रुके थे, जहां उनके एक दोस्त ने उन्हें शरण दी थी। जिस युवक ने बुलेट से उनकी मदद की, उसे भी आरोपी बनाया जाएगा। मुख्य आरोपी मुकुल चलाता था ऑनलाइन सट्टा भावना सिंह को गोली मारने वाला मुख्य आरोपी मुकुल यादव इंदौर में ऑनलाइन सट्टा चलाता था और उसका नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने मुकुल के घर से 28 मोबाइल, 4 लैपटॉप, 60 बैंक पासबुक और 50 एटीएम कार्ड बरामद किए। लाखों रुपये के लेनदेन का हिसाब भी मिला है।
👉 पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है।