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250 रुपये से बिजनेस शुरू किया, आज हैं 8300 करोड़ के मालिक – जानिए आरके सिन्हा की सफलता की कहानी

बिहार के पटना में एक साधारण मिडिल क्लास परिवार में जन्मे रविंद्र किशोर सिन्हा (आरके सिन्हा) ने कभी सोचा भी नहीं था कि एक दिन उनकी कंपनी भारत से लेकर ऑस्ट्रेलिया तक फैलेगी। उन्होंने सिर्फ 250 रुपये से अपने बिजनेस की शुरुआत की, जो आज हजारों करोड़ के टर्नओवर वाली कंपनी बन चुकी है। उनकी कंपनी सिक्योरिटी एंड इंटेलिजेंस सर्विसेज (SIS) आज देश की सबसे बड़ी सिक्योरिटी कंपनियों में से एक है। 1 लाख रुपये के टर्नओवर से शुरू हुई इस कंपनी का मालिकाना हक रखने वाले आरके सिन्हा की कुल संपत्ति आज 8300 करोड़ रुपये के पार पहुंच चुकी है।

गैराज से शुरू हुआ सफर, 250 रुपये से बनी करोड़ों की कंपनी – आरके सिन्हा ने 1974 में पटना के एक छोटे से गैराज में सिर्फ 250 रुपये से SIS कंपनी की नींव रखी। शुरुआती दिनों में यह कंपनी छोटे स्तर पर काम कर रही थी, लेकिन उनकी मेहनत और दूरदर्शिता ने इसे तेजी से आगे बढ़ाया। पहले ही साल में SIS के कर्मचारियों की संख्या 250-300 तक पहुंच गई और कंपनी का टर्नओवर 1 लाख रुपये के पार हो गया। आज SIS भारत ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक जाना-माना नाम बन चुकी है।

SIS ग्रुप में 2.8 लाख से ज्यादा लोग करते हैं काम – SIS ग्रुप आज देश और विदेश में 2,84,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार दे रहा है। वित्तीय वर्ष 2024 में इस कंपनी का कुल राजस्व 12,261 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। यह कंपनी एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सिक्योरिटी बिजनेस की सबसे बड़ी कंपनियों में गिनी जाती है। SIS के पास 36,000 से ज्यादा स्थायी कर्मचारी और 3,000 से अधिक कॉर्पोरेट क्लाइंट्स हैं।

फोर्ब्स की लिस्ट में नाम, 8300 करोड़ की नेटवर्थ – फोर्ब्स के मुताबिक, आरके सिन्हा की कुल संपत्ति 1 अरब डॉलर यानी करीब 8300 करोड़ रुपये के आसपास है। उन्होंने एक छोटे से स्टार्टअप को अपने मेहनत और बिजनेस स्किल से एक मल्टीनेशनल कंपनी में बदल दिया है। उनकी यह कहानी हर उस इंसान के लिए प्रेरणा है, जो कम संसाधनों के बावजूद बड़ा सपना देखने की हिम्मत रखता है।

राजनीति में भी मजबूत पकड़, BJP के पुराने नेता – आरके सिन्हा सिर्फ एक सफल बिजनेसमैन ही नहीं हैं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के संस्थापक सदस्यों में से भी एक हैं। वे राज्यसभा के सांसद भी रह चुके हैं और राजनीति में भी उनकी अच्छी पकड़ रही है। आरके सिन्हा की सफलता की यह कहानी सीख देती है कि अगर आपके इरादे मजबूत हों और मेहनत में कोई कमी न हो, तो किसी भी छोटे से आइडिया को बड़ी कंपनी में बदला जा सकता है।

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