छत्तीसगढ़

महिलाएं व युवतियां राखी खरीदने बाजार में उमड़ पड़ीं

खरोरा। कल 19 अगस्त सोमवार को भाई बहन के प्रेम का पवित्र पर्व रक्षाबंधन को लेकर खरोरा का समूचा बाजार एक बार फिर गुलजार हो गया है। शहर में लगभग छोटी-बड़ी दो सौ से अधिक दुकानों में तरह-तरह की राखियों का विक्रय भंडार लगा हुआ है। रक्षा बंधन पर्व को लेकर ज्यादातर माता, बहनें राखी खरीदने बाजार की ओर निकल पड़ी हैं जिसमें शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र की युवती व महिलायें भी शामिल हैं। रक्षा बंधन का त्यौहार इस वर्ष भद्रा के कारण शुभ मुर्हत में विलंब से प्रारंभ हो पायेगा। ज्योतिष गणना के अनुसार राखी बांधने का शुभ मुहूत दोपहर डेढ़ बजे से रात नौ बजकर सात मिनट तक रहेगा। सन् 2024 के रक्षा बंधन त्यौहार पर भद्रा का साया रहेगा। भद्रा सुबह नौ बजकर इंक्यावन मिनट से दस बजकर तिरपन मिनट तक व दस तिरपन से दोपहर बारह बजकर सैतीस मिनट तक रहेगा। भद्रा के कारण पौराणिक मान्यता के अनुसार भद्रा के दौरान शुभ काम करना वर्जित है। शहर में रक्षा बंधन पर्व को लेकर शहर में सूरत, अहमदाबाद, कोलकाता व वृंदावन एवं
दिल्ली से आयातित राखियों का विशाल संग्रह व भंडार शहर के बाजार में अपनी छटा बिखेर रहा है। अपना फैंसी राखी विक्रेताओं मुकेश देवांगन ,तुकेश्वर देवांगन के पास 1 रुपये से लेकर 500 रुपये तक के अलग- अलग किस्म की राखियां उपलब्ध है जिसमें डिल्ल प्रकार के मनभावन डिजाईन वाले राखी लेने लोग अब उमड़ पड़े हैं वैसे तो ज्यादातर लव बहनें अपने भाई को रक्षासूत्र बांधने उनके घरों तक पहुंचने का प्रयास करती हैं लेकिन दूर दराज में रहने वाले भाई बहनों के बीच रक्षा बंधन का पवित्र त्यौहार में कुछ बहनें नास अत्याधिक दूरी के चलतें अपने भाई के बैत निवास स्थान तक नहीं पहुंच पाती हैं, ऐसी बहनें पिछले एक सप्ताह पहले से विभिन्न कोरियर एवं डाक पार्सल के माध्यम से राखी आ भेज चुकी हैं।
इस साल यह पर्व बेहद खास
इस साल रक्षाबंधन का पर्व इसलिए भी बेहद खास है क्योंकि इस दिन एक नहीं बल्कि कई शुभ योग बन रहे हैं, जिससे इस दिन विधि विधान से मनाया गया रक्षाबंधन भाई-बहन ल दोनों के जीवन में खूब सुख, समृद्धि देगा साथ ही उन्हें लंबी और सेहतमंद जिंदगी देगा। इस साल रक्षाबंधन के दिन उ सर्वार्थसिद्धि योग, बुधादित्य राजयोग और शुक्रादित्य राजयोग न जैसे शुभ योगों का संयोग बन रहा है। बलौदा बाजार नगर हैं के सिविल लाइन निवासी पंडित पृथ्वीपाल द्विवेदी के अनुसार कि रविवार रात्रि 3.04 बजे से भद्रा प्रारंभ होगा जिसका निवारण अ सोमवार दोपहर 1.30 बजे होगा। भद्रा समाप्ति के बाद यानि अ 1.30 बजे के बाद ही राखी बंधाई जा सकती है ।

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