
सब्जियों के दाम कम होने से महंगाई का औसत थोड़ा नीचे आया है, लेकिन खाने-पीने की कुछ चीजों के रेट लगातार बढ़ते जा रहे हैं। खास तौर पर दालों की कीमतें तो बार-बार ऊपर चढ़ रही हैं। पिछले दो साल में मसूर को छोड़कर बाकी सारी बड़ी दालों के भाव बढ़ गए हैं। इनमें अरहर दाल सबसे ज्यादा महंगी हो गई है। ऑनलाइन खरीदारी वाली कंपनियां इसे 120 से 200 रुपये किलो तक बेच रही हैं। अगर ऑर्गेनिक दाल की बात करें तो वो तो और भी महंगी है। उधर, टमाटर के रेट भी दो साल में तेजी से बढ़े हैं। आरबीआई की हर महीने की रिपोर्ट कह रही है कि दालों के साथ-साथ खाने का तेल और मोटा अनाज भी महंगा होता जा रहा है। खाद्य तेल की कीमतें भी अक्टूबर 2024 के बाद से लगातार बढ़ रही हैं। साफ लग रहा है कि आगे के महीनों में ये महंगाई हमारी थाली पर असर डालेगी। कीमतों को देखो तो सर्दी में टमाटर के दाम भले ही काफी गिरे हों, लेकिन फरवरी 2023 के मुकाबले फरवरी 2025 में ये दोगुने हो गए हैं। फरवरी 2023 में टमाटर का औसत रेट 10 रुपये किलो था, फरवरी 2024 में भी ये 10-12 रुपये के आसपास रहा, पर इस बार फरवरी में 30 से 40 रुपये किलो तक पहुंच गया है। आलू और प्याज के दाम भी ऊपर जा रहे हैं। मोटे अनाज के रेट भी लगातार बढ़ रहे हैं। खास तौर पर चावल और गेहूं के भाव बराबर बढ़ते जा रहे हैं।
सब्जियों से थोड़ी राहत – सब्जियों के सस्ते होने से महंगाई का औसत थोड़ा कम हुआ है। सर्दियों में टमाटर सस्ता मिला, लेकिन ये फायदा पूरा नहीं लग रहा।
दालों ने बढ़ाई टेंशन – दो साल में मसूर को छोड़ बाकी सारी दालें महंगी हो गई हैं। अरहर दाल 120 से 200 रुपये किलो तक बिक रही है। ऑर्गेनिक दाल तो उससे भी मंहगी है।
टमाटर का दोगुना रेट – फरवरी 2023 में टमाटर 10 रुपये किलो था, लेकिन अब फरवरी 2025 में 30-40 रुपये तक चला गया। दो साल में दाम दोगुने हो गए हैं।
बाकी चीजों का हाल – खाने का तेल और मोटा अनाज जैसे चावल-गेहूं के रेट भी बढ़ रहे हैं। आलू-प्याज भी सस्ते नहीं हो रहे, जिससे थाली महंगी पड़ रही है।