सती अनसूया मेला शुरू, श्रद्धा और आस्था का संगम
गोपेश्वर। चमोली जिले के मंडल घाटी में आयोजित होने वाला दो दिवसीय सती शिरोमणि माता अनसूया मेला शनिवार काे विधि विधान और पूजा-पाठ के साथ शुरू हो गया। बदरीनाथ विधायक लखपत बुटोला ने इस मेले का शुभारंभ किया। दत्तात्रेय जयंती के अवसर पर क्षेत्र की देवी डोलियां सती मां अनसूया के दरवार पहुंची और श्रद्धालुओं ने श्रद्धा पूर्वक पूजा-अर्चना की। हर साल की तरह इस वर्ष भी संतान सुख की कामना लेकर निसंतान दंपत्ति और अन्य भक्तजन यहां पहुंचे हैं। मां अनसूया के दरबार में उनके मन की इच्छा पूरी होने की विश्वास के साथ लोग यहां पूजा अर्चना करते हैं। माना जाता है कि मां के दर से कोई भक्त खाली हाथ नहीं लौटता और उनकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। मेले के दौरान जिला प्रशासन ने पूरे पैदल मार्ग पर सुरक्षा के साथ अन्य आवश्यक इंतजाम किए हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, मां अनसूया के तप से त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश शिशु रूप में परिवर्तित हो गए थे, जिन्हें बाद में पुनः उनके असली रूप में वापस भेजा गया था। यही से त्रिरूप दत्तात्रेय भगवान का जन्म हुआ और उनकी जयंती पर इस मंदिर में हर साल मेला और पूजा आयोजित होती है। इस अवसर पर सभी भक्तों ने पूरे श्रद्धा भाव से पूजा की और मां से अपनी मनोकामना की पूर्ति की प्रार्थना की।