रोहित और कोहली की रणजी ट्रॉफी में वापसी
रोहित शर्मा ने आखिरी बार नवंबर 2015 में रणजी ट्रॉफी खेली थी, जब विराट कोहली को टेस्ट क्रिकेट का कप्तान बने कुछ ही महीने हुए थे। वहीं, विराट कोहली ने अपना आखिरी प्रथम श्रेणी मैच नवंबर 2012 में खेला था, जब सचिन तेंदुलकर भारत के नंबर चार बल्लेबाज थे और महेंद्र सिंह धोनी टीम के कप्तान थे। अब तेंदुलकर और धोनी के संन्यास को एक दशक हो चुका है और रोहित और कोहली अपने टेस्ट करियर के अंतिम दौर में हैं।
कोहली की रणजी में वापसी की संभावना कोहली को गर्दन में दर्द की समस्या है, जिससे वह आगामी रणजी मैच में नहीं खेल पाएंगे। हालांकि, उन्होंने दिल्ली के चयनकर्ताओं को यह भरोसा दिलाया है कि वह 30 जनवरी से रेलवे के खिलाफ होने वाले मैच में खेल सकते हैं। अगर कोहली रणजी ट्रॉफी में वापसी करते हैं, तो इंग्लैंड के खिलाफ पहले वनडे से पहले उनके पास केवल चार दिन होंगे।
दिल्ली और सौराष्ट्र का महत्वपूर्ण मुकाबला दिल्ली और सौराष्ट्र के बीच 23 जनवरी को राजकोट में होने वाला मुकाबला दोनों टीमों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। दिल्ली को ऋषभ पंत की सेवाएं मिलेंगी, लेकिन पंत टीम के कप्तान नहीं होंगे। उनकी जगह टीम की कमान आयुष बदोनी के पास होगी, जो IPL 2025 में पंत की कप्तानी में लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए खेलेंगे। यह पंत का दिसंबर 2017 के बाद पहला रणजी ट्रॉफी मैच होगा, और उनका सामना अनुभवी चेतेश्वर पुजारा और रवींद्र जडेजा जैसे खिलाड़ियों से होगा।
मुंबई बनाम जम्मू-कश्मीर: यह मैच सबकी नजरों में रणजी ट्रॉफी के ग्रुप ए में मुंबई की स्थिति मजबूत है, और वह शीर्ष दो में अपनी जगह बनाने की राह पर है। मुंबई टीम में रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल की ओपनिंग जोड़ी के साथ श्रेयस अय्यर, अजिंक्य रहाणे, शार्दुल ठाकुर और शिवम दुबे जैसे खिलाड़ी शामिल होंगे। हालांकि, सरफराज खान की अनुपस्थिति एक बड़ी कमी होगी, क्योंकि वह पसली की चोट से जूझ रहे हैं। उनके भाई मुशीर खान भी गर्दन की चोट के बाद रिहैब पर हैं।
मुंबई की ओपनिंग जोड़ी और आयुष म्हात्रे का भविष्य अगर रोहित और जायसवाल ओपनिंग करते हैं, तो आयुष म्हात्रे को प्लेइंग इलेवन में शामिल करना मुश्किल हो सकता है। आयुष ने 2024 में शानदार प्रदर्शन किया था और भारत की अंडर-19 टीम का हिस्सा रहे थे। उन्होंने छह प्रथम श्रेणी मैचों में दो शतक लगाए थे, जो उनकी बेहतरीन फॉर्म को दर्शाता है।
रणजी ट्रॉफी का महत्व रोहित और कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ियों की रणजी ट्रॉफी में वापसी न केवल उनके लिए, बल्कि घरेलू क्रिकेट के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर है। इससे युवा खिलाड़ियों को उनके अनुभव से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा और टीम को मजबूती मिलेगी। साथ ही, इंग्लैंड दौरे से पहले यह रणजी ट्रॉफी का मुकाबला उनके लिए एक बेहतरीन तैयारी साबित हो सकता है।