
गुरदासपुर: जिले में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या हर साल बढ़ती जा रही है। बीते चार सालों के आंकड़ों पर नजर डालें, तो 584 लोगों की जान सड़क हादसों में चली गई। ये हादसे ज्यादातर लापरवाही और तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने की वजह से हो रहे हैं। चार साल में 584 मौतें सड़क हादसों का बढ़ता ग्राफ यह दिखाता है कि सुरक्षा के उपायों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। आंकड़ों के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में 59% और शहरी इलाकों में 41% दुर्घटनाएं हुईं। इनमें से सबसे ज्यादा हादसे अक्टूबर और नवंबर के महीनों में हुए। शाम 6 से रात 9 बजे के बीच दुर्घटनाओं का खतरा सबसे ज्यादा होता है। कुछ जरूरी आंकड़े:- हादसों के शिकार 83% पुरुष और 17% महिलाएं। – सबसे कम हादसे रात 12 से 3 बजे के बीच (6.8%)।
– 2021 से 2023 तक हर साल 100 से ज्यादा लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए।
साल 2024 में सड़क हादसों का हाल साल 2024 में जनवरी से दिसंबर तक 104 लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हुई। सड़क सुरक्षा के लिए जरूरी सुझाव 1. पार्किंग का ध्यान रखें हमेशा वाहन को निर्धारित पार्किंग स्थल पर खड़ा करें। इससे न केवल आपका वाहन सुरक्षित रहेगा बल्कि अन्य वाहन चालकों को भी असुविधा नहीं होगी। 2. अपनी लेन में गाड़ी चलाएं लेन बदलने से बचें, खासकर जल्दबाजी में। 3.ओवरटेकिंग से बचें ओवरटेक करने की जल्दबाजी कई बार जानलेवा साबित होती है। 4.चेतावनी संकेतों का पालन करें सड़क निर्माण स्थलों पर लगे “नो एंट्री” जैसे संकेतों का ध्यान रखें। 5. सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल करें गाड़ी चलाते समय हेलमेट और सीट बेल्ट जरूर पहनें। ये छोटे कदम बड़ी दुर्घटनाओं से बचा सकते हैं। 6. हॉर्न का सही इस्तेमाल करें बेवजह हॉर्न बजाने से बचें, यह दुर्घटनाओं का कारण बन सकता है। 7. गति सीमा का ध्यान रखें तेज रफ्तार और लापरवाह ड्राइविंग से बचें। वाहन को हमेशा निर्धारित गति सीमा के अंदर चलाएं।
निष्कर्ष सड़क हादसे न केवल लोगों की जान लेते हैं, बल्कि कई बार उन्हें अपाहिज भी बना देते हैं। यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करें और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें। सुरक्षित ड्राइविंग से ही दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है।