
मूसलाधार बारिश का कहर: शहडोल में टूटा पुल, जीवन हुआ ठप्प!
मध्यप्रदेश में झमाझम बारिश से मचा हाहाकार-इस समय मध्यप्रदेश के कई जिलों में लगातार हो रही भारी बारिश ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। नदियां और नाले उफान पर हैं, जिसके कारण कई जगहों पर पुल और पुलिया बह गए हैं। खासकर शहडोल जिले में हालात काफी चिंताजनक बने हुए हैं, जहाँ तेज बारिश की वजह से एक महत्वपूर्ण पुलिया और उससे जुड़ी सड़क भी बह गई है।
सड़क बहने से आवागमन ठप्प, लोग परेशान-शहडोल जिले के बिल्कुल आखिरी छोर पर स्थित ब्यौहारी-न्यू बरौंधा को जोड़ने वाली पुलिया और सड़क बीती रात हुई मूसलाधार बारिश के बाद पूरी तरह से बह गई है। इस घटना के कारण गांव के लोगों को आने-जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई इलाके मुख्य सड़क से कट गए हैं और लोग फंसे हुए हैं, जिससे उनकी रोज़मर्रा की ज़िंदगी अस्त-व्यस्त हो गई है।
बच्चों की पढ़ाई पर गहरा असर, स्कूल जाना दूभर-इस पुलिया के टूटने का सबसे बुरा असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ा है। बाणसागर विस्थापित परिवारों के बच्चों को स्कूल पहुँचने में बहुत मुश्किल हो रही है। अब ये बच्चे अपनी जान जोखिम में डालकर टूटे हुए रास्ते से स्कूल जाने को मजबूर हैं। इस प्राकृतिक आपदा ने बच्चों के लिए शिक्षा प्राप्त करना और भी कठिन बना दिया है।
जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर लोग-सिर्फ बच्चे ही नहीं, बल्कि गांव के बाकी लोग भी अपनी मजबूरी में टूटी हुई पुलिया को पार करके ही अपने ज़रूरी काम निपटा रहे हैं। यह सफर कभी भी जानलेवा साबित हो सकता है, लेकिन कोई दूसरा रास्ता न होने की वजह से लोग जान जोखिम में डालने को मजबूर हैं। यह स्थिति बेहद चिंताजनक है।
वार्ड नंबर 9 का मुख्य रास्ता कटा, बढ़ी मुश्किलें-इस दुखद हादसे से सबसे ज़्यादा प्रभावित वार्ड क्रमांक 9 के लोग हुए हैं। पुलिया टूटने के कारण उनका मुख्य रास्ते से सीधा संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। अब उनके लिए कहीं भी आना-जाना बेहद मुश्किल हो गया है, जिससे उनकी परेशानियां और बढ़ गई हैं।
प्रशासन से वैकल्पिक रास्ते की गुहार-स्थानीय लोग इस समस्या से बुरी तरह परेशान हैं। प्रभावित लोगों ने प्रशासन से तुरंत कोई वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की है। फिलहाल, सभी लोग उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द से जल्द कोई समाधान निकलेगा और उनका जीवन फिर से सामान्य हो सकेगा।




