अब चारधाम यात्रा और हेलीकॉप्टर सेवा से जुड़ी परेशानी में तुरंत मिलेगी मदद, जानिए कैसे

चारधाम यात्रा 2025 का काउंटडाउन शुरू हो गया है। 30 अप्रैल से ये यात्रा शुरू होने जा रही है, और इसी दिन से हेलीकॉप्टर सेवा भी शुरू हो जाएगी। यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जारी है। लेकिन जैसे ही केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर सेवा की बुकिंग शुरू हुई, कुछ ही घंटों में सारी सीटें फुल हो गईं। अब 31 मई तक की सभी टिकटें बुक हो चुकी हैं। ऐसे में अब फर्जी वेबसाइटों और ठगों के ज़रिए टिकट दिलाने के नाम पर साइबर ठगी का खतरा बढ़ गया है। इसको लेकर सरकार सतर्क हो गई है। यात्रा या हेलीकॉप्टर सेवा से जुड़ी किसी भी दिक्कत या जानकारी के लिए एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि हेलीकॉप्टर बुकिंग के दौरान यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो। उन्होंने यह भी कहा कि टिकटों की कालाबाजारी और यात्रा रूट पर मनमानी पार्किंग फीस वसूली जैसी बातों पर सख्ती से कार्रवाई की जाए। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के मुख्यालय में एक स्टेट लेवल कंट्रोल रूम बनाया गया है, जो चौबीसों घंटे यानी 24×7 काम करेगा। इस कंट्रोल रूम में 15 लाइनों की टोल फ्री टूरिज्म हेल्पलाइन – 0135-1364 शुरू की गई है। इसके अलावा यात्रा से जुड़ी किसी जानकारी के लिए 0135-2552627 या 2559898 पर भी संपर्क किया जा सकता है।
पर्यटन, धर्मस्व और संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि इस बार यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल को खुलेंगे, जिससे चारधाम यात्रा की शुरुआत होगी। केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को, बद्रीनाथ के 4 मई को और हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे। इस बार चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि यात्रा की तैयारियों के लिए राज्य सरकार ने गढ़वाल कमिश्नर और जिलाधिकारियों को जरूरी इंतजाम करने के लिए बजट भी दे दिया है। पौड़ी कमिश्नर को 25 लाख, हरिद्वार, टिहरी और देहरादून के डीएम को एक-एक करोड़, पौड़ी डीएम को 50 लाख, चमोली, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग के डीएम को तीन-तीन करोड़ रुपये दिए गए हैं। इस तरह कुल 12 करोड़ 75 लाख रुपये की राशि यात्रा तैयारियों के लिए जारी की गई है।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को साफ-सफाई और शौचालय जैसी जरूरी सुविधाएं अच्छे से मिलें, इसका खास ख्याल रखा गया है। रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी और जानकी चट्टी से यमुनोत्री मार्ग तक बनाए गए स्टील फ्रेम शौचालयों की सफाई और देखरेख की जिम्मेदारी सौंपी गई है ‘सुलभ इंटरनेशनल सोशल सर्विस ऑर्गनाइजेशन’ को, और इसके लिए 40% यानी 782.228 लाख रुपये का भुगतान भी किया जा चुका है। यात्रा मार्ग पर सुलभ संस्था की ओर से 147 स्थायी शौचालय बनाए गए हैं जिनमें कुल 1584 सीटें हैं। इनमें गंगोत्री और यमुनोत्री मार्ग पर 82 सीटें, रुद्रप्रयाग जिले में 551 सीटें, चमोली में 60 सीटें और हेमकुंड साहिब मार्ग पर 20 सीटों वाले स्टील फ्रेम शौचालय शामिल हैं। पर्यटन विभाग ने यात्रियों और उनके वाहनों की सुरक्षा और निगरानी के लिए टूरिस्ट सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम के तहत ऑनलाइन और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा दी है। इस बार रजिस्ट्रेशन मोबाइल ऐप और आधार कार्ड के जरिए भी किया जा सकता है। मंत्री ने बताया कि पिछले साल की तरह इस बार भी हरिद्वार, ऋषिकेश और हर्बटपुर में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा दी गई है। चारधाम यात्रा के लिए आधार आधारित पंजीकरण की शुरुआत 20 मार्च 2025 से हो चुकी है। इस बार भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। यात्रियों को लंबी लाइन में खड़े होकर इंतजार न करना पड़े, इसके लिए इस बार भी चारधाम में दर्शन के लिए टोकन और स्लॉट की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा संयुक्त यात्रा रोटेशन केंद्र ऋषिकेश और परिवहन विभाग ने भी अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए ऋषिकेश में 2000 बसें, हरिद्वार में 600 बसें और हर्बटपुर में 100 बसों की व्यवस्था की गई है।