अब गायब नहीं हो पाएंगे सरकारी स्कूलों के टीचर, 1 जुलाई से E-अटेंडेंस सिस्टम अनिवार्य

अब डिजिटल होगी शिक्षकों की हाज़िरी!-मध्य प्रदेश में शिक्षा में एक नया बदलाव आने वाला है! 23 जून से, प्रदेश के सभी स्कूलों में शिक्षकों की हाज़िरी डिजिटल हो जाएगी। यह बदलाव शिक्षकों की उपस्थिति पर कड़ी नज़र रखने और उनकी जवाबदेही बढ़ाने के लिए है।
E-अटेंडेंस से शिक्षकों की उपस्थिति पर रहेगी नज़र-1 जुलाई से, सभी शिक्षकों को स्कूल खुलने और बंद होने के तय समय के भीतर ऑनलाइन हाज़िरी दर्ज करनी होगी। इससे पता चलेगा कि कौन-कौन शिक्षक समय पर स्कूल आ रहे हैं और अपनी ज़िम्मेदारियों का पालन कर रहे हैं। इस सिस्टम से अनुपस्थिति की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी।
‘हमारे शिक्षक’ प्लेटफॉर्म: एक नया ई-गवर्नेंस पोर्टल-सरकार ने ‘एजुकेशन 3.0 पोर्टल’ के तहत ‘हमारे शिक्षक’ नाम का एक नया प्लेटफॉर्म बनाया है। इस पर सभी शिक्षकों और शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की जानकारी और सर्विस रिकॉर्ड अपडेट किए जाएँगे। यह एक ही जगह पर सभी ज़रूरी जानकारी पाने में आसानी देगा।
लेट हाज़िरी पर होगी सख्त कार्रवाई-अगर कोई शिक्षक स्कूल खुलने के एक घंटे के बाद या बंद होने के आधे घंटे के बाद हाज़िरी लगाता है, तो उसका आधा दिन का अवकाश काट लिया जाएगा। यह अवकाश उनकी छुट्टियों से समायोजित किया जाएगा। इससे समय की पाबंदी का पालन करने पर ज़ोर दिया जाएगा।
शिक्षकों को मिलेंगी डिजिटल सुविधाएँ-इस नई व्यवस्था से शिक्षकों को डिजिटल सुविधाएँ मिलेंगी और स्कूलों का संचालन भी बेहतर होगा। यह सिस्टम शिक्षकों की गतिविधियों पर नज़र रखने में मदद करेगा और शिक्षा विभाग के कामकाज को पारदर्शी बनाएगा। शिक्षकों को इस आधुनिक तकनीक के साथ जुड़ना ज़रूरी है।
शिक्षा में पारदर्शिता के लिए एक बड़ा कदम-यह नया कदम शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता लाने और शिक्षकों की जवाबदेही बढ़ाने में मदद करेगा। तकनीक के ज़रिए शिक्षकों की गतिविधियों पर नज़र रखकर शिक्षा में सुधार की उम्मीद है। यह बदलाव शिक्षकों के लिए भी फायदेमंद साबित होगा।