
मुख्यमंत्री धामी और यतीन्द्रानंद गिरि महाराज की मुलाक़ात: आध्यात्मिकता और राष्ट्रहित पर चर्चा-आज हम बात करेंगे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और महामंडलेश्वर स्वामी यतीन्द्रानंद गिरि महाराज के बीच हुई एक खास मुलाक़ात की। यह मुलाक़ात शुक्रवार शाम को मुख्यमंत्री आवास पर हुई, जहाँ दोनों के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत हुई। आइए, इस मुलाक़ात के बारे में विस्तार से जानते हैं!
संतों का आशीर्वाद: समाज के लिए ज़रूरी-क्यों खास है संतों का आशीर्वाद? मुख्यमंत्री धामी ने स्वामी यतीन्द्रानंद गिरि का स्वागत करते हुए कहा कि संत-महात्माओं का आशीर्वाद हमारे समाज के लिए बहुत ज़रूरी है। उनका मानना था कि संतों के आशीर्वाद से समाज में सकारात्मक सोच और ऊर्जा का संचार होता है, जिससे हम सभी बेहतर जीवन जी सकते हैं।
राष्ट्रहित पर बातचीत: देश के लिए क्या ज़रूरी है?-देश के लिए क्या बातें हुईं? इस मुलाक़ात में राष्ट्रहित से जुड़े कई अहम मुद्दों पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि संत परंपरा हमेशा से ही देश और समाज के उत्थान में लगी रही है। उनका मानना था कि संतों का योगदान देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
संतों का मार्गदर्शन: जीवन को सही दिशा-जीवन को कैसे दिशा मिलती है? मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि संतों का मार्गदर्शन हमें जीवन के सही मूल्यों से जोड़ता है। यह न सिर्फ़ हमारे व्यक्तिगत जीवन को दिशा देता है, बल्कि समाज में एकता और भाईचारे का संदेश भी फैलाता है। इससे हम सभी एक-दूसरे के साथ मिलजुल कर रहने और देश को आगे बढ़ाने में मदद करते हैं।




