भगवान महावीर का ‘अहिंसा परमो धर्म’ का संदेश सदैव प्रासंगिक रहेगा: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भोपाल: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भगवान महावीर का अहिंसा परमो धर्म का संदेश सभ्यता के आरंभ से ही प्रासंगिक है और भविष्य में भी रहेगा। महावीर स्वामी की शिक्षाएं हमें शांति, सद्भाव और आपसी समझ का मार्ग दिखाती हैं। हम सिर्फ “जियो और जीने दो” नहीं कहते बल्कि इसे आत्मसात भी करते हैं और अपने जीवन में उतारते भी हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जैन कल्याण बोर्ड की घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव इंदौर में आयोजित अखिल भारतीय श्वेतांबर स्थानकवासी जैन सम्मेलन के शपथ समारोह को मुख्यमंत्री निवास से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि जैन समाज जिस प्रतिबद्धता के साथ “जियो और जीने दो” के सिद्धांत का पालन करता है, वह अनुकरणीय है। हमें महावीर स्वामी और बाकी तीर्थंकरों के माध्यम से सत्य, अहिंसा, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रह जैसे जीवन के मूल सिद्धांतों के साथ जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है। सभी जीवों पर दया करने का जैन समाज का संकल्प सराहनीय है। जैन धर्म हमें अनुशासन में रहकर सेवा करना सिखाता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हाल ही में भगवान महावीर जयंती के अवसर पर विश्व नवकार महामंत्र के माध्यम से सम्पूर्ण विश्व के कल्याण की प्रार्थना की गई। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए नए संकल्प वर्तमान परिस्थितियों में सभी के कल्याण और प्रकृति के उत्थान का मार्ग प्रशस्त करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत न केवल सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त हुआ है बल्कि आध्यात्मिक दृष्टि से भी विश्व को दिशा दे रहा है। कार्यक्रम में सम्मेलन अध्यक्ष हुलास बेताला, वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुकेश राका, कोषाध्यक्ष राजेश झामा और प्रांतीय महामंत्री पीयूष जैन मौजूद थे।