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बारिश में भीगने से पहले जान लें ये बातें , वरना हो सकता है यह नुकसान

नई दिल्ली। तपती गर्मी के बाद बारिश की फुहार लोगों के लिए राहत की सांस जैसी होती है। बारिश से न केवल मौसम सुहाना होता है, बल्कि लोगों का मूड भी काफी अच्छा हो जाता है। कुछ लोगों तो बारिश में भीगना भी बेहद पसंद होता है। इसलिए बारिश की चंद बूंदे पड़ी नहीं कि वे अपने घरों से बाहर निकलकर बरसात का मजा लेने लगते हैं। हालांकि, बारिश में भीगने के स्वास्थ्य को कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। इस आर्टिकल में हम उन्हीं परेशानियों के बारे में जानने की कोशिश करेंगे।
रेस्पिरेटरी परेशानियां
अब बारिश का पानी आप तक पहुंचते-पहुंतचे शुद्ध नहीं बचता। हवा में मौजूद प्रदूषण बारिश के पानी में घुल जाते हैं, जो निमोनिया, अस्थमा और ब्रॉनकाइटिस की समस्या हो सकती है। इसलिए अगर आपको श्वांस प्रणाली से जुड़ी कोई समस्या है, तो बारिश में भीगने से बचना चाहिए। नहीं तो, ये परेशानियां और भी बढ़ सकती हैं। इसलिए इस मौसम में अगर श्वांस प्रणाली से जुड़ी कोई भी समस्या हो, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
स्किन इन्फेक्शन
मानसून में बैक्टीरिया, वायरस और फंगस को तेजी से बढ़ने के लिए अनुकूल वातारण मिलता है। नमी बढ़ने के कारण ये तेजी से संख्या में बढ़ने लगते हैं। ऐसे में बारिश के पानी में भीगने के कारण स्किन रैश, एलर्जी और डर्मेटाइटिस की समस्या हो सकती है। ये परेशानियां काफी परेशान करने वाली हो सकती हैं। इसलिए अगर आपको एक्जीमा या सोरोसिस जैसी कोई समस्या है, तो बारिश में बिल्कुल न भीगें। इससे बचने के लिए रेनकोट, वॉटर प्रूफ बूट्स आदि पहनें और अगर आप बारिश में भीग भी गए हैं, तो घर पहुंचते ही तुरंत कपड़े बदलें और स्किन इन्फेक्शन की संभावना लगे, तो डॉक्टर को दिखाएं।
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हाइपोथर्मिया
हाइपोथर्मिया यानी शरीर का तापमान काफी कम हो जाना। बारिश के ठंडे-ठंडे पानी में ज्यादा समय तक भीगने के कारण या देर तक गीले कपड़ों में रहने की वजह से शरीर का तापमान कम हो सकता है, जो एक जानलेवा स्थिति भी बन सकती है। इसलिए बारिश में भीगने के बाद अगर कांपने या सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं हो, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से मदद लेनी चाहिए। इसलिए भी बारिश में भीगना आपकी सेहत के लिए काफी नुकसानेह हो सकता है।
लेप्टोस्पाइरोसिस
लेप्टोस्पाइरोसिस एक बैक्टीरियल इन्फेक्शन है, जो गंदे पानी में भीगने या किसी जानवर के यूरिन के कारण हो सकता है। अगर दूषित पानी गलती से मुंह, कान, नाक या शरीर में कहीं चोट लगी हो, वहां चला जाए, तो ये बीमारी आपको हो सकती है। इसमें बुखार, पेट दर्द, आंखों का लाल होना, पेट दर्द, मितली और स्किन रैश जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
चोट लग सकती है
बारिश का पानी सड़क को स्लीपरी बना देता है, जिसके कारण फिसलने और गिरने का खतरा रहता है। ये दिक्कत खासकर बुजुर्गों और बच्चों के साथ हो सकती है। इसके अलावा, सड़कों पर भरे पानी के कारण गड्ढे और नाले नजर नहीं आते और आप इनमें गिर सकते हैं। इसलिए ज्यादा बारिश होने पर पानी भरे हुए इलाकों में न जाएं। बारिश के पानी में गिरे हुए बिजली के तारों से भी दूर रहें और उस पानी में बिल्कुल न जाएं, क्योंकि इससे करंट लगने का खतरा रहता है।

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