
केदारनाथ हेली सेवा: 31 मई तक की सभी टिकटें फुल, पहले ही दिन महज़ 5 घंटे में खत्म हुई बुकिंग केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर सेवा की टिकटों की बुकिंग 31 मई तक के लिए पूरी तरह भर गई है। बुकिंग जैसे ही खुली, पहले ही दिन सिर्फ 5 घंटे में सारे टिकट हाथों-हाथ बुक हो गए। इस बार केदारनाथ हेली टिकट की बुकिंग की जिम्मेदारी आईआरसीटीसी को दी गई है। मंगलवार को जैसे ही बुकिंग शुरू हुई, पहले दिन ही 23,150 यात्रियों ने टिकट बुक कर लिए। हर बार की तरह इस बार भी केदारनाथ यात्रा को लेकर जबरदस्त क्रेज देखने को मिल रहा है। चारधाम यात्रा में केदारनाथ की हेली सेवा के लिए जबरदस्त भीड़ है। इसे इसी से समझा जा सकता है कि बुकिंग शुरू होते ही कुछ ही घंटों में मई महीने के सभी टिकट फुल हो गए। पहले ही दिन 7650 टिकट बुक हुए। इस बार एक महीने की टिकट बुकिंग के लिए स्लॉट खोला गया था। अब 31 मई तक की बुकिंग पूरी हो जाने की वजह से साइबर ठगी की आशंका भी बढ़ गई है। ऐसे में यात्रियों को अब पहले से ज्यादा सतर्क रहने की ज़रूरत है क्योंकि साइबर ठग मौके का फायदा उठाकर नकली वेबसाइट या टिकट के जरिए लोगों से पैसे ठग सकते हैं।
इस बार केदारनाथ हेली सेवा का संचालन कुल 9 एविएशन कंपनियां मिलकर करेंगी। इनमें पवन हंस, आर्यन, थंबी, ट्रांस भारत, ग्लोबल विक्ट्रा, हिमालयन हेली, केस्ट्रल और एरो एयर क्राफ्ट शामिल हैं। टिकट बुकिंग का काम केवल आईआरसीटीसी को सौंपा गया है और पहले ही दिन 23,150 यात्रियों ने हेली टिकट बुक कर लिए। अब 31 मई तक किसी भी तारीख के लिए टिकट उपलब्ध नहीं है। चूंकि हेली सेवा की टिकटों की संख्या सीमित होती है, इसलिए ऑनलाइन बुकिंग में रोज़ाना केवल 800 लोग ही टिकट बुक कर सकते हैं। एक आईडी से अधिकतम छह टिकट और ग्रुप में यात्रा के लिए 12 टिकट बुक करने की सुविधा है। फर्जी बुकिंग और ठगी को रोकने के लिए साइबर पुलिस थाने में चार लोगों की एक स्पेशल टीम बनाई गई है। इस टीम की निगरानी सीओ साइबर अंकुश मिश्रा करेंगे। दरअसल, साइबर ठग अकसर केदारनाथ हेली सेवा की फर्जी बुकिंग कर लोगों को नकली टिकट थमा देते हैं और लाखों रुपए हड़प लेते हैं। सरकार ने अब इस बार पूरी तरह से आईआरसीटीसी को ही टिकट बुकिंग की जिम्मेदारी दी है। इसलिए टिकट बुक करने के लिए सिर्फ एक ही ऑफिशियल वेबसाइट है – www.heliyatra.irctc.co.in।