दिल्ली में अस्पताल अलर्ट मोड पर: भारत-पाक तनाव के बीच सरकार ने इमरजेंसी तैयारी तेज की

दिल्ली अलर्ट पर: रेखा गुप्ता का अस्पतालों को निर्देश- दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भारत-पाकिस्तान तनाव को देखते हुए राजधानी के सभी सरकारी अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है। यह कदम दिल्लीवासियों की सुरक्षा और बेहतर स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
हर नागरिक को मिले सस्ती और बेहतर सेहत सेवा- मुख्यमंत्री ने अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, जरूरी सुधारों और आने वाली चुनौतियों का जायजा लिया। उनका लक्ष्य है कि हर दिल्लीवासी को किफायती और बेहतरीन स्वास्थ्य सेवा मिले। दवाओं की कमी पर चिंता जताते हुए, उन्होंने इस समस्या के समाधान के लिए तत्काल कार्य योजना बनाने का निर्देश दिया है।
दवाओं की कमी: एक गंभीर चिंता- कई अस्पतालों में दवाओं की कमी की खबरों पर मुख्यमंत्री ने गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को इस मामले को सर्वोच्च प्राथमिकता पर लेने और एक व्यावहारिक योजना बनाने का निर्देश दिया है ताकि दवाओं की कमी को जल्द से जल्द दूर किया जा सके। मरीजों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है।
केंद्र सरकार की योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन- मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत, वय वंदना योजना और आरोग्य मंदिर योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन पर ज़ोर दिया। उनका मानना है कि इन योजनाओं का लाभ हर जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए। ज़मीनी स्तर पर सही क्रियान्वयन ज़रूरी है, खासकर इस तरह के तनावपूर्ण समय में।
अस्पताल इमरजेंसी मोड पर: पूरी तैयारी- भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को देखते हुए, दिल्ली के प्रमुख अस्पतालों को इमरजेंसी मोड पर रखा गया है। लोक नायक अस्पताल में 250 स्वास्थ्य कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि वे किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपट सकें। सरकार का दावा है कि किसी भी तरह की कमी नहीं छोड़ी जाएगी।
बेड आरक्षित, छुट्टियाँ रद्द: हर स्थिति के लिए तैयार- इमरजेंसी में इलाज में देरी से बचने के लिए कई अस्पतालों में बेड पहले से ही आरक्षित कर दिए गए हैं। लोक नायक, राष्ट्रीय क्षयरोग संस्थान और आरएमएल अस्पताल में विशेष वार्ड तैयार किए गए हैं। अस्पताल के कर्मचारियों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई हैं ताकि सभी कर्मचारी ड्यूटी पर मौजूद रहें। सरकार का लक्ष्य है कि किसी भी आपात स्थिति में दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाएं मज़बूती से काम करें।