केदारनाथ धाम के लिए उड़ान भरें सीधे आसमान से, हेली बुकिंग की पूरी जानकारी यहां पढ़ें

केदारनाथ यात्रा की तैयारियां जोरों पर, हेली टिकटों की बुकिंग 8 अप्रैल से, सफाई-यातायात के लिए प्रशासन मुस्तैद केदारनाथ धाम की यात्रा को लेकर इस बार भक्तों में ज़बरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। ऑनलाइन यात्रा रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया तो पहले से ही जारी है, अब हेलीकॉप्टर सेवा की ऑनलाइन बुकिंग भी शुरू होने जा रही है। इस बार दो मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे, और उसी दिन से हेली सेवा भी शुरू हो जाएगी। हेली टिकट की बुकिंग के लिए भी यात्रा पंजीकरण ज़रूरी रहेगा। आईआरसीटीसी 8 अप्रैल से हेली सेवा के टिकट बुक करने के लिए अपना पोर्टल खोल देगा। इसके लिए उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण और आईआरसीटीसी ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। बहुत जल्द वेबसाइट का लिंक भी जारी कर दिया जाएगा। इस बार हेली सेवा का संचालन कई नामी कंपनियां मिलकर करेंगी, जैसे – पवन हंस, हिमालयन हेली, ट्रांस भारत, ग्लोबल विक्ट्रा, थंबी एविएशन, केस्ट्रल एविएशन और एयरो एयरक्राफ्ट। इन कंपनियों के साथ तीन साल का अनुबंध हुआ है। इस बार हेली किराए में पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है।
जानिए हेली सेवा के किराए (आने-जाने का):
- सिरसी से केदारनाथ: ₹6061
- फाटा से केदारनाथ: ₹6063
- गुप्तकाशी से केदारनाथ: ₹8533
यात्रा व्यवस्था संभालने के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात केदारनाथ यात्रा 2 मई से शुरू हो रही है, ऐसे में सफाई, यातायात, शौचालय और आपदा प्रबंधन जैसी ज़रूरी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। इन सबकी निगरानी के लिए अलग-अलग सेक्टर में मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए गए हैं। मुख्य विकास अधिकारी डॉ. गणेश सिंह खाती ने बताया कि सिरोहबगड़ से लेकर सोनप्रयाग तक यात्री सुविधाओं जैसे सुरक्षा, ट्रैफिक कंट्रोल, साफ-सफाई, पानी, शौचालय और पार्किंग आदि की ज़िम्मेदारी सेक्टर और सब-सेक्टर मजिस्ट्रेट को दी गई है। सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि 30 अप्रैल तक हर व्यवस्था पूरी तरह से ठीक कर दी जाए। इसके अलावा, ज़मीनी स्तर पर कामकाज देखने के लिए जिला विकास अधिकारी अनीता पंवार को ज़ोनल मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि सिरोहबगड़ से सोनप्रयाग तक के रास्ते को सात अलग-अलग सेक्टर में बांटा गया है, ताकि हर जगह पर निगरानी और कामकाज सही तरीके से हो सके।