उत्तराखंड में लौटा कोरोना का डर: एम्स ऋषिकेश की डॉक्टर और एक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव

कोरोना की वापसी: क्या फिर से बढ़ रहा है खतरा?-देश में कोरोना के मामलों में फिर से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। गुजरात, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और कर्नाटक जैसे राज्यों में नए मामले सामने आ रहे हैं, जिससे चिंता बढ़ गई है। आइए जानते हैं पूरी खबर।
बढ़ते मामले और चिंता-हाल ही में देश के कई हिस्सों में कोरोना के मामलों में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई है। गुजरात, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और कर्नाटक में नए मामले सामने आने से चिंता बढ़ गई है। कुल मिलाकर देश में 312 एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं और दुर्भाग्य से, दो लोगों की जान भी जा चुकी है। यह स्थिति हमें सचेत रहने की याद दिलाती है।
एम्स ऋषिकेश में डॉक्टर को हुआ संक्रमण-एम्स ऋषिकेश की एक डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं। वे हाल ही में बेंगलुरु से लौटी थीं। उनकी हालत फिलहाल स्थिर है और उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग ने संपर्क में आए लोगों का पता लगाने का काम शुरू कर दिया है ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
गुजरात से आई महिला का कोरोना पॉजिटिव-देहरादून में एक गुजरात से आई महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं। वे एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने आई थीं। उनकी पहले से ही कुछ बीमारियाँ हैं, इसलिए उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया है। डॉक्टर उनकी हालत पर नज़र रख रहे हैं।
JN.1 वैरिएंट: क्या है खतरा?-इस बार कोरोना के बढ़ते मामलों के लिए ओमिक्रोन का नया वैरिएंट JN.1 और उसके सब-वैरिएंट्स को जिम्मेदार माना जा रहा है। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि ये वैरिएंट पहले के मुकाबले ज़्यादा खतरनाक नहीं हैं। लेकिन कमज़ोर इम्यूनिटी वाले लोगों को सावधान रहने की ज़रूरत है।
JN.1 वैरिएंट: कैसे काम करता है?-JN.1, ओमिक्रोन के BA.2.86 वैरिएंट का सबटाइप है। इसमें लगभग 30 म्यूटेशन हैं जो इम्यूनिटी को कमज़ोर कर सकते हैं। यह तेज़ी से फैलता है, लेकिन इसके लक्षण गंभीर नहीं होते। यह दुनिया के कई हिस्सों में सबसे आम वैरिएंट बन चुका है।
लंबे समय तक रह सकते हैं लक्षण-JN.1 के लक्षण कई हफ़्तों तक रह सकते हैं। अगर लक्षण लंबे समय तक बने रहते हैं, तो यह ‘लॉन्ग कोविड’ का संकेत हो सकता है। इसमें थकान, साँस लेने में तकलीफ़, सिरदर्द और कमज़ोरी जैसे लक्षण शामिल हैं। अगर आपको ऐसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।




