भोपाल में निवेश पर मंथन, 300 बड़ी कंपनियों के दिग्गज जीआईएस समिट में होंगे शामिल
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भोपाल में जुटेंगे देश के दिग्गज उद्योगपति, निवेश और विकास पर होगी बड़ी बातचीत
24 और 25 फरवरी को भोपाल में एक ऐतिहासिक आयोजन होने जा रहा है, जहां देश की 300 से ज्यादा बड़ी कंपनियों के चेयरमैन, एमडी और सीईओ एक साथ जुटेंगे। इनमें अदाणी ग्रुप के गौतम अदाणी, बिड़ला ग्रुप के कुमार मंगलम बिड़ला और गोदरेज ग्रुप के नादिर गोदरेज जैसे बड़े नाम भी शामिल होंगे। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में आयोजित होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) में ये दिग्गज निवेश के नए मौके तलाशेंगे और प्रदेश में व्यापार के विस्तार पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा, मुख्यमंत्री मोहन यादव कुछ निवेशकों के साथ अलग से मुलाकात भी करेंगे। हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि मुकेश अंबानी, अनिल अंबानी और बाबा रामदेव इस आयोजन में शामिल होंगे या नहीं।
देश के बड़े कारोबारी होंगे शामिल
इस समिट में कई नामचीन उद्योगपति भाग लेंगे, जिनमें आईटीसी लिमिटेड के सीएमडी संजीव पुरी, दावत फूड्स के एमडी अश्विनी अरोड़ा, जेके टायर्स के सीएमडी रघुपति सिंघानिया, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज के एमडी सतीश पई, ग्रासिम इंडस्ट्री के एमडी एम. के. अग्रवाल और अल्ट्राटेक सीमेंट के एमडी कैलाश झावर जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं। इसके अलावा, ब्रिजस्टोन इंडिया के एमडी हिरोशी योशिजाने, ट्राइडेंट ग्रुप के रंजिंदर गुप्ता, फोर्स मोटर्स के अध्यक्ष अभय फिरोदिया और डालमिया सीमेंट के सीईओ पुनीत डालमिया भी इस समिट में अपनी मौजूदगी दर्ज कराएंगे।
इन क्षेत्रों पर होगी खास चर्चा
समिट में फार्मा और मेडिकल डिवाइसेज, परिवहन और लॉजिस्टिक्स, टेक्सटाइल इंडस्ट्री, फूड प्रोसेसिंग, कौशल विकास, आईटी, अक्षय ऊर्जा, पर्यटन, खनन, एमएसएमई और शहरी विकास जैसे अहम क्षेत्रों पर विचार-विमर्श होगा। इस दौरान, विश्व बैंक के कंट्री डायरेक्टर री आंगस्ते टानो कूआमे, बार्कलेज के ग्लोबल हेड आनंद चित्रे, हीरानंदानी ग्रुप के एमडी निरंजन हीरानंदानी और सिस्को इंडिया की डेजी चित्तिला पिल्लई जैसी अंतरराष्ट्रीय हस्तियां भी अपने विचार साझा करेंगी।
अंतरराष्ट्रीय भागीदारी भी होगी खास
इस समिट में पांच अंतरराष्ट्रीय सत्र भी होंगे, जिनमें ग्लोबल साउथ कंट्रीज सम्मेलन, लैटिन अमेरिका और कैरिबियन सत्र, जर्मनी, जापान और इंग्लैंड के विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे। इस आयोजन से मध्य प्रदेश में निवेश और व्यापार के नए द्वार खुलने की उम्मीद है। देश-विदेश की बड़ी कंपनियों की भागीदारी से प्रदेश को आर्थिक विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचने का अवसर मिलेगा।