भारत-पाक तनाव से चारधाम यात्रा पर ब्रेक! हेलिकॉप्टर सेवा ठप, होटलों की बुकिंग भी रद्द

चारधाम यात्रा पर संकट: हेलिकॉप्टर सेवाएं बंद, कारोबारियों की चिंता बढ़ी- चारधाम यात्रा पर भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का असर साफ दिखाई दे रहा है। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UCADA) ने सुरक्षा कारणों से अचानक हेलिकॉप्टर सेवाएं रोक दी हैं। यह फैसला तुरंत प्रभाव से लागू हुआ है और अब केवल आपात स्थिति में ही हेलिकॉप्टर सेवाएं दी जाएंगी।
यात्रियों की बढ़ती मुश्किलें- हेलिकॉप्टर सेवाएं बंद होने से तीर्थयात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिन लोगों ने हेलिकॉप्टर से यात्रा करने का प्लान बनाया था, उन्हें अब वैकल्पिक इंतज़ाम करने पड़ रहे हैं। यात्रा की योजना बनाने में समय और पैसों की बर्बादी के साथ-साथ यात्रा में होने वाली देरी से भी परेशानी बढ़ गई है। कई यात्री अपनी यात्रा को स्थगित करने पर मजबूर हैं, जिससे उनकी यात्रा की योजनाएँ पूरी तरह से बिगड़ गई हैं। सरकार द्वारा हेलिकॉप्टर सेवाओं को कब फिर से शुरू किया जाएगा, इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है, जिससे यात्रियों में अनिश्चितता और चिंता बढ़ रही है।
होटल कारोबारियों पर पड़ा भारी असर- इस फैसले का सबसे ज़्यादा असर चारधाम यात्रा से जुड़े होटल कारोबारियों पर पड़ा है। जिन होटलों में जून तक की बुकिंग पूरी हो चुकी थी, वहाँ अब रद्द होने का सिलसिला शुरू हो गया है। खासकर बद्रीनाथ में जून महीने तक की कई एडवांस बुकिंग रद्द हो रही हैं। होटल मालिकों को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है, क्योंकि उन्होंने यात्रा सीज़न के लिए पहले से ही तैयारियाँ कर ली थीं। कई होटल तो पूरी तरह से खाली हो गए हैं और कर्मचारियों की संख्या में भी कमी करनी पड़ रही है। होटल मालिकों ने सरकार से आर्थिक मदद की गुहार लगाई है।
आगे क्या?- भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने से कई एयरपोर्ट पर उड़ानें भी रद्द हो गई हैं। दक्षिण भारत से आने वाले कई श्रद्धालु हवाई मार्ग से दिल्ली और देहरादून पहुँचते थे, लेकिन अब हवाई यात्रा बाधित होने से उन्हें भी परेशानी हो रही है। अगर तनाव और बढ़ा तो पूरे सीज़न की कमाई चौपट होने का डर कारोबारियों को सता रहा है। कई यात्री डर के मारे अपनी यात्रा रद्द कर रहे हैं, जिससे होटल और अन्य कारोबारियों को भारी नुकसान हो रहा है। इस स्थिति से निपटने के लिए सरकार को तुरंत कदम उठाने की ज़रूरत है।