
चंडीगढ़: मेयर चुनाव के लिए अब कुछ ही घंटे बाकी हैं। 30 जनवरी को यह साफ हो जाएगा कि शहर का नया मेयर कौन बनेगा। कांग्रेस के पार्षद गुरबख्श रावत के भाजपा में शामिल होने के बाद, अब कांग्रेस-आप गठबंधन को अपने वोटों में दो से तीन की कमी का डर सता रहा है। इस डर को टालने के लिए, पार्षदों के फोन की निगरानी भी की जा रही है। सभी फोन एक जगह जमा कर रखे जा रहे हैं। आप के पार्षद रोपड़ स्थित कीकर लांज और कांग्रेस के पार्षद फरीदकोट में टीला बाबा फरीद गुरुद्वारा साहिब के दर्शन करने पहुंचे हैं। वे पंजाब में ही हैं। वहीं, आप के पार्षदों पर पंजाब पुलिस की निगरानी है। कांग्रेस के पार्षदों पर भी उनके वरिष्ठ नेता नजर बनाए हुए हैं।
गुरबख्श रावत के भाजपा में शामिल होने से भाजपा के पास अब 16 वोट हो गए हैं, जबकि कांग्रेस के पास केवल 6 वोट रह गए हैं। आप के पास 13 वोट हैं, और एक वोट सांसद का होगा। इस प्रकार, गठबंधन के पास कुल 20 वोट होंगे। अगर वोट क्रॉस नहीं होते, तो आप-कांग्रेस गठबंधन की जीत सुनिश्चित है, क्योंकि उनके पास चार वोटों की बढ़त है। लेकिन अगर तीन वोट क्रॉस होते हैं, तो भाजपा मेयर का पद जीत सकती है। यदि दो वोट क्रॉस होते हैं, तो दोनों पक्षों के पास 18-18 वोट होंगे और फिर दोनों प्रत्याशियों के नाम की पर्ची डाली जाएगी। जिस नाम की पर्ची निकलेगी, वही मेयर बनेगा। ऐसा पहले भी हो चुका है, जब भाजपा के अनूप गुप्ता किस्मत के धनी निकले और डिप्टी मेयर बने थे। 30 जनवरी को चुनाव के लिए निगम सदन में तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं, और बैलेट पेपर बूथ से लेकर अध्यक्ष की सीट तक सभी जगह सीसीटीवी की निगरानी होगी। पार्षदों और अधिकारियों की सीटें भी निगरानी में रहेंगी, और सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है, जैसे कि बैटरी बैकअप और अन्य जरूरी सुविधाएं। आम आदमी पार्टी के 12 पार्षद कीकर लांज में हैं। तीन पार्षद शहर में ही थे, जिनमें से जसविंदर कौर और जसबीर लाडी मंगलवार रात बाकी पार्षदों के पास रोपड़ पहुंच गए। अब केवल पूनम देवी ही शहर में हैं।
अब वोटों का गणित इस तरह है:
- भाजपा: 16
- कांग्रेस: 06
- आप: 13
- सांसद: 01