
मध्य प्रदेश के दामोह से एक बेहद च shocking और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक शादीशुदा व्यक्ति ने अपने चचरे भाई के साथ मिलकर एक गर्भवती लड़की को खाई में धकेल दिया। यह मामला दमोह के जबेरा थाने की सिंघरामपुर चौकी के पास तेलन रोड का है। आइए जानते हैं इस घटना के बारे में विस्तार से।
यह घटना तब हुई जब पीड़िता अपने इलाज के लिए मदद मांगने गई थी। बताया जा रहा है कि आरोपी ने उसे अपने चचरे भाई के साथ मिलकर खाई में धकेल दिया। इस घटना में लड़की गंभीर रूप से घायल हो गई और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। दुर्भाग्यवश, इस घटना के कारण उसने अपना बच्चा खो दिया।
पीड़िता की स्थिति – पीड़िता को दमोह जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर गंभीर अवस्था में पाया गया। एक स्थानीय व्यक्ति ने उसे सामुदायिक केंद्र पहुंचाया, जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया। अस्पताल में उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है, लेकिन मानसिक और शारीरिक दोनों ही दृष्टियों से वह काफी परेशान है।
आरोप और गिरफ्तारी – पीड़िता ने आरोप लगाया है कि एक व्यक्ति ने उसका बलात्कार किया और उसे मारने की कोशिश की। शुरुआत में उसने पुलिस को बताया कि दो लोगों ने उसके साथ मारपीट की और उसे खाई में धक्का दे दिया। लेकिन जब पुलिस को पता चला कि वह 7 महीने की गर्भवती थी, तो उसने बताया कि उसके शादीशुदा प्रेमी ने अपने चचरे भाई के साथ मिलकर उसकी हत्या करने की कोशिश की। दमोह के एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी ने कहा कि पीड़िता के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। बाद में इसे कटनी जिले में ट्रांसफर कर दिया गया। पीड़िता ने बताया कि उसे गर्भावस्था का इलाज कराने के बहाने बाइक पर दमोह ले जाया गया था। वहां पर आरोपियों ने उसे घाटी में फेंकने की कोशिश की। जब उनकी कोशिश असफल रही, तो वे भाग गए।
संदिग्धों की गिरफ्तारी – दोनों संदिग्धों को महियार से कटनी में गिरफ्तार किया गया है और वर्तमान में उनसे पूछताछ की जा रही है। कटनी के एसपी अभिनय विश्वकर्मा ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है। यह घटना न केवल पीड़िता के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक गंभीर चेतावनी है। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर समाज में जागरूकता की कितनी आवश्यकता है। ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई और सख्त कानूनों की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।




