
भोपाल: लोकायुक्त पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई के बाद अब आयकर विभाग ने भी काली कमाई के आरोपों में फंसे सौरभ शर्मा, उसके करीबी चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल से पूछताछ करने की तैयारी कर ली है।
कोर्ट ने दी पूछताछ की हरी झंडी
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विशेष अदालत ने आयकर विभाग को इन तीनों से पूछताछ की अनुमति दे दी है। हालांकि, पूछताछ के लिए कोई समय सीमा तय नहीं की गई है। सूत्रों के मुताबिक, अधिकारी दो से तीन दिन तक इनसे सवाल-जवाब कर सकते हैं।
डायरी में करोड़ों की हेराफेरी का खुलासा!
आयकर विभाग के सामने सबसे बड़ी चुनौती लोकायुक्त छापे के अगले दिन मंडोरी गांव में खड़ी कार से मिले 54 किलो सोना, 10 करोड़ रुपये नकद और एक अहम डायरी के रहस्य को सुलझाना है। इस डायरी में करोड़ों रुपये के लेन-देन का पूरा हिसाब दर्ज है। इसमें कई बड़े नेताओं, अफसरों और बिचौलियों के नाम भी लिखे होने की बात सामने आई है। अगर इस डायरी की गुत्थी सुलझी, तो सौरभ शर्मा के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हो सकता है।
डायरी में जिनके नाम, उन्हें भी नोटिस भेजने की तैयारी
सूत्रों का कहना है कि आयकर विभाग ने डायरी में दर्ज नामों के आधार पर कई लोगों को नोटिस भेजने की योजना बना ली है। इससे पहले भी सौरभ शर्मा की मां उमा शर्मा, चेतन सिंह गौर और सौरभ के कुछ रिश्तेदारों से पूछताछ की जा चुकी है।
अब तक जांच क्यों अटकी रही?
आयकर विभाग की जांच पिछले दो महीने से रुकी हुई थी, क्योंकि सौरभ शर्मा से सीधे पूछताछ नहीं हो पाई थी। 18 दिसंबर 2024 को लोकायुक्त पुलिस ने सौरभ शर्मा और चेतन सिंह गौर के ठिकानों पर छापा मारा था। अगले ही दिन कार से सोना, नकदी और डायरी जब्त की गई थी। लेकिन अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका कि आखिर यह सोना और नकदी किसकी थी। अब सबकी नजरें आयकर विभाग की पूछताछ पर हैं, जिससे इस घोटाले से जुड़े नए राज खुल सकते हैं।