
चंडीगढ़: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में हार के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में पंजाब के विधायकों की एक अहम बैठक बुलाई। इसी वजह से पंजाब कैबिनेट की सोमवार को होने वाली बैठक को भी टाल दिया गया।
बैठक के बाद क्या बोले सीएम भगवंत मान?
बैठक के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, “पंजाब की पूरी कैबिनेट और सभी विधायक कपूरथला हाउस में अरविंद केजरीवाल के साथ बैठक में शामिल हुए। हमारी पार्टी की पंजाब इकाई ने दिल्ली चुनाव में कड़ी मेहनत की थी, जिसके लिए अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने सभी का धन्यवाद किया।” सीएम मान ने कहा कि पंजाब सरकार जनता के हित में कई अहम फैसले ले रही है, चाहे वह बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य या बुनियादी सुविधाओं से जुड़ा हो। उन्होंने कहा, “हम ऐसा पंजाब मॉडल बनाएंगे, जिसे पूरा देश देखेगा।” बैठक में AAP सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के साथ दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी मौजूद रहे।
बैठक पर अमन अरोड़ा की प्रतिक्रिया
AAP पंजाब के अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने बताया कि अरविंद केजरीवाल लगातार पंजाब के विधायकों, मंत्रियों और पदाधिकारियों से संवाद बनाए रखते हैं। उन्होंने कहा, “पंजाब के विधायकों ने दिल्ली चुनाव में पूरी मेहनत की, शायद यही वजह है कि अरविंद केजरीवाल उनसे मिलकर चर्चा करना चाहते थे।”
AAP की हार और बीजेपी की जीत
दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 70 में से 48 सीटें जीतकर बड़ी जीत दर्ज की, जबकि AAP को सिर्फ 22 सीटों से संतोष करना पड़ा। 2020 के चुनाव में AAP को 62 सीटें मिली थीं, लेकिन इस बार उसे करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। इस जीत के साथ बीजेपी ने 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की।
गुरजीत औजला का तंज
पंजाब के विधायकों की इस बैठक पर कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, “यह उनकी पार्टी है, वे जितनी चाहें बैठकें कर सकते हैं, लेकिन हार के तुरंत बाद बैठक बुलाने के अलग मायने होते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “अगर केजरीवाल को हार के बाद मंथन करना था, तो दिल्ली के नेताओं को बुलाना चाहिए था, लेकिन उन्होंने पंजाब के विधायकों को बुलाया। उनके दिल्ली और पंजाब दोनों मॉडल फेल हो चुके हैं। पंजाब की जनता उनसे तंग आ चुकी है। चाहे वे कितनी भी बैठकें कर लें, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा।”