यूपी-बिहार में बाढ़ से मुसीबत तो पहाड़ी राज्यों में खिली धूप
नई दिल्ली। उत्तर भारत में मंगलवार को मौसम के अलग-अलग रंग देखने को मिले। उत्तर प्रदेश के साथ ही बिहार में जहां बाढ़ मुसीबत बनी, वहीं पहाड़ी राज्यों में धूप खिली। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में तो बाढ़ पीड़ितों को राहत देने के लिए सेना का सहयोग लेना पड़ा है। बाढ़ में फंसे ग्रामीणों को सेना ने हेलीकॉप्टर के माध्यम से निकाला।
यूपी में नदियां उफान
वर्षा से बरेली-पीलीभीत और शाहजहांपुर रेलखंड कई जगह क्षतिग्रस्त हो गया। इन रूटों पर ट्रेन संचालन बंद कर दिया गया है। बिहार में लोगों के घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। नदियों में उफान से उत्तर प्रदेश में बाढ़ ने विकराल रूप ले लिया। राप्ती, सरयू और शारदा नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं।
पीलीभीत में जिले के कई गांव डूब गए
पीलीभीत में निरंतर वर्षा और उत्तराखंड के वनबसा बैराज से छोड़े गए पानी से जिले के कई गांव डूब गए हैं। गांव बिनौरा ताल्लुके गजरौला में फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना की मदद ली गई। बरेली से आए सेना के हेलीकॉप्टर ने सात ग्रामीणों को बाहर निकाला गया। ये सभी छत पर शरण लिए थे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जायजा लेने बुधवार को पीलीभीत और लखीमपुर खीरी पहुंच सकते हैं। उत्तर प्रदेश में मंगलवार को कई जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा हुई। इस दौरान वज्रपात की घटनाओं में 10 लोगों की जान चली गई। बिहार में नदियों के जलस्तर में मंगलवार को कई इलाकों में वृद्धि हुई तो कई जगहों पर कमी आई है। बेतिया के नौ गांवों के 300 घरों में बाढ़ का पानी घुसा है। योगापट्टी दियारे के 150 घरों में तीसरे दिन भी बाढ़ का पानी नहीं निकला।
कश्मीर में प्रचंड गर्मी ने फिर से पारा चढ़ा दिया
नौतन के करीब 200 परिवार बाढ़ में घिरे हुए हैं। उनको सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचाने के लिए आपदा मित्रों की टीम लगाई गई है। मधुबनी में कमला बलान नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है। वाल्मीकि नगर बराज से छोड़े जा रहे पानी के कारण गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से मोतिहारी के आधा दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। कश्मीर में प्रचंड गर्मी ने फिर से पारा चढ़ा दिया है।श्रीनगर समेत घाटी के अधिकांश इलाकों में मौसम शुष्क रहा। पूरे दिन तपिश रही। चटक धूप से लोग बेहाल रहे। श्रीनगर में अधिक तापमान 32.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इधर, जम्मू में मंगलवार को आधी रात के बाद भारी वर्षा हुई। इससे जनजीवन को काफी राहत मिली।हिमाचल में मंगलवार को वर्षा की चेतावनी के बीच अधिकतर स्थानों पर धूप खिली। मौसम विभाग ने कांगड़ा, मंडी, सोलन, सिरमौर, कुल्लू व शिमला जिलों में वर्षा होने का अलर्ट जारी किया था, लेकिन शिमला के अतिरिक्त अन्य किसी भी स्थान पर वर्षा नहीं हुई।
उत्तराखंड में भारी बारिश
उत्तराखंड में एक हफ्ते बाद मंगलवार को भारी बारिश का क्रम कुछ धीमा पड़ा है, पर चार धाम यात्रा मार्ग अब भी बाधित हैं। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। चमोली में बदरीनाथ हाईवे जोशीमठ से पहले जोगीधारा के पास मलबा आने से सुबह साढ़े सात बजे से बाधित चल रहा है। उधर, सोमवार को बाढ़ के बीच नदी में डूबे दो व्यक्तियों के शव मंगलवार को बरामद कर लिए गए।