मध्यप्रदेश

Mp News: देश के सभी क्षेत्रों में हो रहा विकास : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश के सभी क्षेत्रों में चहुँमुखी विकास हो रहा है। सभी वर्गों के हितों का ध्यान रखा जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने आज मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश को बेहतर रेल अधोसंरचना के लिए अनेक सौगात दी हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) में आयोजित उकार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, स्थानीय जन प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आज देश में रेल अधोसंरचना से जुड़े अनेक कार्यों का लोकार्पण किया है। वंदे-भारत ट्रेन अलग-अलग मार्गों पर संचालित हो रही हैं। अन्य रेल सुविधाएं भी बढ़ाई जा रही हैं। इन कार्यों के लिए पर्याप्त धन राशि का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश दोनों भाई-भाई की तरह हैं। प्रधानमंत्री मोदी छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश को विकास परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए पर्याप्त राशि दे रहे हैं। उनके नेतृत्व में दोनों राज्यों में धन की कोई कमी नहीं है। नर्मदा मैया की कृपा दोनों प्रदेशों पर है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की गई, जो पूरा देश कभी भूल नहीं सकता। अयोध्या में 500 साल से निरंतर रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा का संघर्ष चल रहा था। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सीमा पर आज जवान अपनी जान की बाजी लगाकर राष्ट्र-रक्षा कर रहे हैं। जवान सीना ठोंक कर देश की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सेना के जवानों के साथ किसानों की भी चिंता की है। किसानों को सम्मान निधि देने के साथ ही लाड़ली लक्ष्मी जैसी योजना चलाई जा रही है। तीन माह की अल्प अवधि में छत्तीसगढ़ में जन कल्याण के अनेक कार्य हुए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और अन्य जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में अन्य कार्यक्रमों में भी हिस्सा लिया।
दुर्ग के मानस भवन के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भगवान कृष्ण की प्रतिमा के समक्ष पूजा अर्चना की। यहाँ मुख्यमंत्री डॉ. यादव का अभिनंदन किया गया। डॉ. यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण भगवान महाकाल की नगरी विद्या अध्ययन के लिये आए थे। भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में भगवान श्रीकृष्ण मथुरा में कंस के संहार के बाद आए थे। यहां उन्होंने 64 कलाएं सीखीं, यही नहीं गोपाल कृष्ण ने 4 वेद, 18 पुराण और 14 विद्या में निपुण होने का कार्य किया।

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