टीवी इंडस्ट्री में गम का माहौल: 10 साल की उम्र में चाइल्ड आर्टिस्ट वीर शर्मा का निधन

वीर शर्मा का दुखद अंत: एक मासूम सितारे का जाना-यह खबर दिल दहला देने वाली है। टीवी जगत से एक दुखद खबर आई है, जिसने सभी को हिलाकर रख दिया है। बाल कलाकार वीर शर्मा, जिनकी उम्र केवल 10 साल थी, का असमय निधन हो गया। यह हादसा कोटा में उनके घर में लगी आग के कारण हुआ, जिसमें वीर के छोटे भाई शौर्य की भी जान चली गई। एक ही परिवार के दो बच्चों का इस तरह दुनिया से चले जाना, परिवार, पड़ोस और पूरे टीवी जगत के लिए एक गहरा सदमा है। वीर की माँ रीता शर्मा खुद एक टीवी अभिनेत्री हैं और कई लोकप्रिय धारावाहिकों में काम कर चुकी हैं। वीर ने ‘वीर हनुमान’ में लक्ष्मण का किरदार निभाकर अपनी पहचान बनाई थी। उनकी भोली मुस्कान और अभिनय को दर्शक हमेशा याद रखेंगे।
हादसे के समय घर में अकेले थे दोनों भाई-मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दुर्घटना के समय वीर और शौर्य घर पर अकेले थे। उनके पिता जितेंद्र शर्मा कोटा में एक धार्मिक कार्यक्रम में भाग लेने गए थे, और माँ रीता मुंबई में शूटिंग कर रही थीं। तभी अचानक शॉर्ट सर्किट के कारण घर में आग लग गई। देखते ही देखते धुआँ पूरे घर में फैल गया। पड़ोसियों ने दरवाजा तोड़कर दोनों भाइयों को बाहर निकाला और अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हो सके। इतनी कम उम्र में इन मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत की खबर ने हर किसी का दिल तोड़ दिया। यह एक ऐसी क्षति है जिसकी भरपाई करना असंभव है।
पिता का बड़ा दिल: आँखों का दान-इस दुखद घटना से पूरा परिवार टूट गया है। फिर भी, पिता जितेंद्र शर्मा ने इंसानियत की एक मिसाल पेश की है। उन्होंने अपने दोनों बेटों की आँखें दान करने का फैसला किया। उनका कहना है कि अगर उनके बच्चों की रोशनी से किसी और की जिंदगी रोशन हो सकती है, तो यही उनकी आत्मा की सच्ची शांति होगी। ऐसे मुश्किल समय में भी उनका यह कदम समाज के लिए प्रेरणादायक है। यह दिखाता है कि दुःख की घड़ी में भी दूसरों के लिए कुछ करने की भावना कितनी महत्वपूर्ण है।
टीवी इंडस्ट्री में शोक की लहर-वीर शर्मा के निधन की खबर सुनते ही टीवी इंडस्ट्री में गहरा शोक छा गया। कई मशहूर हस्तियों ने सोशल मीडिया पर अपनी भावनाएँ व्यक्त कीं और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। वीर की मासूम अदाकारी और प्यारा स्वभाव हमेशा याद रखा जाएगा। इतनी कम उम्र में उनका जाना एक बहुत बड़ी क्षति है, जिसे कभी भी भरा नहीं जा सकता। यह घटना हम सभी को जीवन की अनिश्चितता और रिश्तों की अहमियत का एहसास कराती है।


