
कांकेर में दहशत: रात का मेहमान, सुबह का गायब – गाँव में घुसा हाथी, मचाया कोहराम!
रात का खौफ, सुबह की राहत?-कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा इलाके में इन दिनों लोगों की रातों की नींद उड़ी हुई है। एक खूंखार हाथी ने ऐसा आतंक मचा रखा है कि लोग शाम ढलते ही घरों में दुबक जाते हैं। यह हाथी रोज़ाना देर रात गाँव में घुसता है, घरों को अपना निशाना बनाता है और सुबह होते ही जंगल में वापस चला जाता है। पिछले चार दिनों से यह सिलसिला जारी है, जिससे पूरे इलाके में डर का माहौल है। लोग समझ नहीं पा रहे कि इस रात के मेहमान से कैसे निपटा जाए, जो आता है तो तबाही मचाता है और जाते-जाते बस खौफ छोड़ जाता है।
11 घर तबाह, परिवार बेघर!-इस उत्पाती हाथी ने अब तक ग्यारह घरों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया है। कई परिवार अपना सब कुछ छोड़कर सुरक्षित ठिकानों की तलाश में भटकने को मजबूर हैं। जुंगड़ा, मर्रामपारा, गोंदुल और गोमे जैसे गाँव इसके कहर से सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए हैं। लोगों के मन में बस एक ही डर सता रहा है कि अगली रात कहीं उनका घर इस हाथी का अगला शिकार न बन जाए। दिनभर की भाग-दौड़ के बाद रात की अनिश्चितता उन्हें और भी परेशान कर रही है, क्योंकि किसी को नहीं पता कि अगला हमला कब और कहाँ होगा।
सब्र का बाँध टूटा, बचाव के सारे तरीके फेल!-वन विभाग और स्थानीय ग्रामीण मिलकर इस हाथी को गाँव में घुसने से रोकने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अफ़सोस की बात यह है कि अब तक उनके सारे प्रयास नाकाम साबित हुए हैं। शोर मचाना, मशालें जलाना या ड्रम बजाना, इन सब पारंपरिक तरीकों का हाथी पर कोई असर नहीं हो रहा। वन विभाग की टीमें लगातार गश्त कर रही हैं और स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं, लेकिन हाथी की रात की अचानक एंट्री और उसका बेखौफ रवैया सभी की मुश्किलें और बढ़ा रहा है। ऐसा लगता है मानो हाथी किसी बात से नाराज़ है और किसी की नहीं सुन रहा।




