MP बोर्ड परीक्षा 2025: छात्रों को नहीं जाना पड़ेगा दूर, पास ही बनेंगे परीक्षा केंद्र
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भोपाल: मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 5वीं और 8वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं 24 फरवरी से शुरू हो रही हैं। इस बार परीक्षा संचालन को और बेहतर बनाने के लिए हर जनशिक्षा केंद्र के तहत पांच परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। परीक्षा केंद्र स्कूल से 3 किलोमीटर के दायरे में ही होंगे, ताकि छात्रों को दूर न जाना पड़े। इसके अलावा, एक परीक्षा केंद्र पर 250 से ज्यादा विद्यार्थी नहीं बैठेंगे। अगर किसी जगह परीक्षा केंद्र बढ़ाने की जरूरत पड़ी, तो राज्य शिक्षा केंद्र को सूचना देकर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी की अनुमति से ऐसा किया जा सकेगा। परीक्षा को पारदर्शी और व्यवस्थित रखने के लिए राज्य और जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष बनाए जाएंगे, जहां परीक्षा से जुड़ी किसी भी समस्या की शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। डिटेंशन पॉलिसी होगी लागू, फेल होने पर फिर देनी होगी परीक्षा इस बार से डिटेंशन पॉलिसी लागू की जा रही है। यानी, अगर कोई छात्र 5वीं या 8वीं की परीक्षा में पास होने लायक अंक नहीं ला पाता, तो उसे दोबारा परीक्षा देने का मौका मिलेगा। यह पुन: परीक्षा दो महीने बाद होगी। हर विषय की लिखित परीक्षा 60 अंकों की होगी, जिसमें पास होने के लिए कम से कम 33% यानी 20 अंक लाने होंगे। अगर कोई छात्र 20 से कम अंक लाता है, तो उसे पुन: परीक्षा में बैठना होगा।
पुन: परीक्षा में भी फेल होने पर छात्र को उसी कक्षा में रोक दिया जाएगा। पढ़ाई के साथ व्यवहार पर भी मिलेगी ग्रेडिंग छात्रों की नियमितता, समय पर आने की आदत, सहयोग की भावना, पर्यावरण के प्रति जागरूकता, ईमानदारी और जिम्मेदारी निभाने की योग्यता को भी ग्रेडिंग में शामिल किया जाएगा। यह ग्रेड उनके कक्षा शिक्षक देंगे। इसके अलावा, साहित्य, सांस्कृतिक गतिविधियों, विज्ञान, रचनात्मकता और खेल-कूद में प्रदर्शन के आधार पर भी ग्रेड दी जाएगी। स्कूलों को 15 फरवरी तक ऑनलाइन माध्यम से ग्रेडिंग और अंक राज्य शिक्षा केंद्र को भेजने होंगे। 5वीं के छात्रों के लिए अतिरिक्त भाषा का विकल्प रहेगा, लेकिन इसके अंक वार्षिक परिणाम में नहीं जोड़े जाएंगे। नकल करने पर परीक्षा होगी रद्द अगर कोई छात्र नकल करते हुए या किसी तरह की गड़बड़ी करते हुए पकड़ा जाता है, तो उसकी परीक्षा तुरंत रद्द कर दी जाएगी। उसके उत्तरपत्र का मूल्यांकन नहीं किया जाएगा। उत्तरपुस्तिकाएं समय पर जमा करनी होंगी परीक्षा वाले दिन 45 मिनट पहले प्रश्नपत्रों का बंडल परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाया जाएगा। परीक्षा खत्म होने के एक घंटे के अंदर सभी उत्तरपुस्तिकाओं को जनशिक्षा केंद्र में जमा कराना अनिवार्य होगा। इस बार परीक्षा प्रक्रिया को और सख्त और पारदर्शी बनाया गया है, ताकि सभी विद्यार्थी मेहनत से पढ़ाई करें और उनकी योग्यता के आधार पर सही मूल्यांकन हो सके।