“महिला मित्र के गैंगरेप पर आर्मी ट्रेनी अफसर की गिरफ्तारी: राहुल गांधी और मायावती ने सरकार को घेरते हुए कार्रवाई की मांग की”
भोपाल: इंदौर के महू में एक भयावह घटना ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। यहां दो आर्मी ट्रेनिंग अफसर और उनकी महिला मित्र के साथ लूटपाट, मारपीट और गैंगरेप जैसी क्रूर वारदात सामने आई है। यह घटना मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात बड़गोंदा थाना क्षेत्र में घटी, जहां जाम गेट के पास हुए इस हमले ने न केवल स्थानीय बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी हलचल मचा दी है।
इस अमानवीय कृत्य के बाद सियासत भी गरमा गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी, बसपा सुप्रीमो मायावती, और मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी समेत कई प्रमुख नेताओं ने प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं। राहुल गांधी ने कहा कि मध्य प्रदेश में सेना के अधिकारियों और उनकी महिला साथी के साथ हुई हिंसा और दुष्कर्म ने पूरे समाज को शर्मसार कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शासित राज्यों में कानून व्यवस्था लगभग नष्ट हो चुकी है और महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर सरकार का नकारात्मक रवैया अत्यंत चिंताजनक है।
वहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस घटना को “अति-शर्मनाक” करार देते हुए सरकार पर तीखा हमला किया है। उनका कहना है कि लगातार हो रही जघन्य घटनाओं को गंभीरता से नहीं लेने की वजह से स्थिति बेकाबू हो गई है।
एमपी पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने प्रदेश की स्थिति को “श्मशान” करार देते हुए कहा कि जो जवान देश की सीमा पर अपनी जान की परवाह किए बिना सुरक्षा करता है, वही आज अपने ही राज्य में सुरक्षित नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि उन्होंने मध्य प्रदेश को अपराध प्रदेश बना दिया है, जहां सभी वर्गों के लोग अत्याचार का शिकार हो रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अगर मध्य प्रदेश में सेना के अधिकारी भी सुरक्षित नहीं हैं, तो सामान्य लोगों की सुरक्षा की स्थिति क्या होगी।
इस बीच, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने स्थिति को संभालते हुए कहा कि सरकार ने मामले में त्वरित कार्रवाई की है और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने आश्वस्त किया कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी है। दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर उनकी जांच की जा रही है, साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या इस घटना का कोई संबंध पुराने अपराधियों से है या नई गैंग की गतिविधि का परिणाम है।
यह मामला न केवल मध्य प्रदेश में बल्कि पूरे देश में कानून व्यवस्था और सुरक्षा की गंभीरता को उजागर करता है, और सभी संबंधित पक्षों को इस पर तुरंत और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है।