महिला टीम ने तीन वर्षों में कोई सुधार नहीं किया: मिताली
नई दिल्ली : भारत की पूर्व कप्तान मिताली राज ने मंगलवार को महिला टी-20 विश्व कप में टीम के खराब प्रदर्शन के लिए पिछले तीन वर्षों में खेल के विभिन्न विभागों में सुधार करने में विफल रहने को जिम्मेदार ठहराया। हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में यह पहली बार है कि भारत आईसीसी टूर्नामेंट के नॉकआउट चरण में क्वालीफाई करने में विफल रहा।
मिताली ने कहा, “टीम के पतन का कारण यूएई की परिस्थितियों से जल्दी सामंजस्य बैठाने में विफल रहने के साथ बल्लेबाजी में स्पष्टता की कमी और खराब क्षेत्ररक्षण था।”
उन्होंने कहा, “ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध मैच हम जीत सकते थे। हमारे पास मौके थे लेकिन ऐसा लग रहा था कि हम उसी परिपाटी का पालन कर रहे हैं जिसमें मैच को आखिरी ओवरों तक ले जाकर हार का सामना करना शामिल है। यह रणनीति कारगर नहीं है।” उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि पिछले दो-तीन वर्षों में मैंने वास्तव में इस टीम में कोई विकास नहीं देखा है। मेरा मतलब है कि सर्वश्रेष्ठ टीम को हराने के लिए आप हमेशा तैयारी करते हैं। ऐसा लगता है कि हम अन्य टीमों को हरा रहे हैं और हम इससे काफी खुश हैं।” मिताली ने कहा कि इस टूर्नामेंट में हर दूसरी टीम ने सीमित गहराई के बावजूद विकास दिखाया है, इसका सबसे अच्छा उदाहरण दक्षिण अफ्रीका है। न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम को अनुकूल परिस्थितियों में मिली हार के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमारी खिलाडि़यों ने धीमी विकेटों से सामंजस्य बैठाने में समय लिया जबकि न्यूजीलैंड के बल्लेबाज ऐसा करने में सफल रहे।
टी20 वर्ल्ड कप में भारत का प्रदर्शन
- विमंस टी20 वर्ल्ड कप 2024 में भारतीय टीम का प्रदर्शन काफी फीका रहा।
- टीम सेमीफाइनल तक भी नहीं पहुंच की और ग्रुप स्टेज में ही उसका सफर समाप्त हो गया।
- भारतीय टीम को अपने पहले ही मैच में हार का सामना करना पड़ा था।
- न्यूजीलैंड महिला क्रिकेट टीम ने भारत को 58 रन से हराया था।
- इसके बाद भारतीय महिलाओं ने लगातार 2 मैच जीते थे।
- भारत की बेटियों ने पाकिस्तान को 6 विकेट से और श्रीलंका को 82 रन से रौंदा था।
- ग्रुप स्टेज के अपने आखिरी मैच में भारतीय महिलाओं को ऑस्ट्रेलिया टीम के हाथों हार मिली थी।
- ऑस्ट्रेलिया टीम ने भारत को 9 रन से हराकर सेमीफाइनल में पहुंचने का सपना तोड़ दिया था।