
इंदौर में गूंजी न्याय की आवाज़: VHP की बैठक में जुटे कानून के रखवाले और समाज के नेता!
कानून को आम आदमी तक पहुँचाने की मुहिम: VHP की लीगल सेल की अहम बैठक-इंदौर शहर में हाल ही में विश्व हिंदू परिषद (VHP) की अखिल भारतीय लीगल सेल की दो दिवसीय बैठक का आयोजन हुआ, जिसने कानून और समाज के बीच की दूरी को पाटने का काम किया। इस महत्वपूर्ण आयोजन में देश भर से करीब 250 वकील, संत-महात्मा, रिटायर्ड जज और कानूनी अधिकारी शामिल हुए। केंद्रीय कानून मंत्री और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की गरिमामयी उपस्थिति ने बैठक को और भी खास बना दिया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य केवल कानूनी मुद्दों पर चर्चा करना ही नहीं था, बल्कि समाज को सही राह दिखाने और न्याय व्यवस्था को आम आदमी के लिए सुलभ बनाने पर भी ज़ोर दिया गया। VHP का यह मानना है कि न्याय तभी सार्थक है जब वह हर किसी की पहुँच में हो और पूरी तरह निष्पक्ष हो। इस बैठक में ऐसे कई प्रस्ताव रखे गए जो भविष्य में हमारी न्याय प्रणाली को और बेहतर और मजबूत बनाने में सहायक सिद्ध होंगे।
सीएम मोहन यादव का जोशीला भाषण: भारतीय परंपराओं से प्रेरित नए कानून-मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस बैठक में अपने संबोधन के दौरान यह स्पष्ट किया कि भारत में जो भी नए कानून बनाए जा रहे हैं, वे हमारी हजारों साल पुरानी भारतीय परंपराओं और न्याय व्यवस्था पर ही आधारित हैं। उन्होंने बनारस के राजा हरिश्चंद्र का उदाहरण देते हुए कहा कि किस तरह प्राचीन काल में भी न्याय की एक मजबूत व्यवस्था थी और आज के कानून उसी महान परंपरा का विस्तार हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य में कानून व्यवस्था को पहले से कहीं ज़्यादा सख्त कर दिया गया है, ताकि कोई भी व्यक्ति धर्म या समाज के नाम पर कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश न कर सके। उन्होंने यह सुनिश्चित करने का वादा किया कि ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस पर तीखे सवाल और भाजपा सरकार की जनहितैषी पहलें-मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कांग्रेस पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि वे हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति करते आए हैं और उन्होंने कभी भी समाज के पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए ठोस कदम नहीं उठाए। उन्होंने शाहबानो मामले का ज़िक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस ने उस समय भी सही न्याय दिलाने में आनाकानी की थी, जबकि भाजपा सरकार ने हमेशा आम आदमी के हक की लड़ाई लड़ी है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य में हजारों लाउडस्पीकर हटाए गए हैं और खुले में मांस बेचने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। इसके साथ ही, ‘लव जिहाद’ और अन्य अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है, जिससे समाज में शांति और व्यवस्था बनी रहे।
आस्था और न्याय का संगम: राम मंदिर से कृष्ण जन्मभूमि तक की आशा-मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन के अंत में अयोध्या में भव्य श्री राम मंदिर के निर्माण का उल्लेख करते हुए कहा कि जिस तरह आज रामलला मुस्कुरा रहे हैं, उसी तरह आने वाले समय में मथुरा में भी श्री कृष्ण जन्मभूमि पर भगवान श्री कृष्ण का मुस्कुराता हुआ भव्य मंदिर बनेगा। उनके इस बयान से वहां मौजूद सभी लोगों में एक नई ऊर्जा और उत्साह का संचार हुआ। कार्यक्रम का समापन “नंद के घर आनंद भयो, जय हो श्री कृष्ण लाल की” जैसे भक्तिमय नारों के साथ हुआ, जिसने पूरे माहौल को आध्यात्मिकता से भर दिया और सभी को एक नई दिशा दी।
बैठक का सार: समाज और कानून का मजबूत रिश्ता-विश्व हिंदू परिषद की यह दो दिवसीय बैठक सिर्फ एक औपचारिक आयोजन नहीं थी, बल्कि यह समाज को कानून से जोड़ने की एक बहुत बड़ी और सफल कोशिश थी। इस बैठक में जो भी विचार-विमर्श हुआ और जो फैसले लिए गए, वे भविष्य में VHP के लीगल सेल को और भी प्रभावी बनाने में मदद करेंगे। इस आयोजन ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि कानून का मकसद केवल लोगों को सजा देना नहीं है, बल्कि समाज को सही दिशा दिखाना और न्याय की भावना को हर दिल में जगाना है। यही वजह है कि इस बैठक को आने वाले समय के लिए एक ऐतिहासिक कदम के तौर पर देखा जा रहा है।



