
रक्त शक्ति महाअभियान: महिलाओं की सेहत के लिए एक नई पहल-छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए एक बड़ी पहल शुरू हुई है। ‘रक्त शक्ति महाअभियान’ नाम के इस अभियान से महिलाओं में एनीमिया की समस्या से निपटने की कोशिश की जा रही है।
एक साथ हज़ारों महिलाओं की जाँच-इस अभियान की ख़ास बात यह है कि जिले के 230 जगहों पर एक ही दिन में महिलाओं का हीमोग्लोबिन टेस्ट किया गया। करीब 65 हज़ार महिलाओं के टेस्ट का लक्ष्य रखा गया है। सरकार की इस पहल से महिलाओं में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और समय पर इलाज मिल पाएगा।
अधिकारियों ने भी बढ़ाया हौसला-कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने खुद जांच करवाकर इस अभियान की शुरुआत की। उनके साथ कई अन्य अधिकारियों ने भी जांच करवाकर लोगों को प्रोत्साहित किया। इससे लोगों का विश्वास और जुड़ाव बढ़ेगा और वो भी जांच करवाने के लिए आगे आएंगे।
ग्रामीण महिलाओं में दिखा उत्साह-गाँवों में महिलाएँ बिना किसी दबाव के ही जांच करवाने पहुँच रही हैं। यह दिखाता है कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ रही है। पहले जहाँ महिलाओं को हीमोग्लोबिन टेस्ट के बारे में जानकारी भी नहीं थी, वहाँ अब वो खुद जांच करवाने आ रही हैं।
प्रशासन की संयुक्त पहल-यह अभियान जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग की संयुक्त पहल है। तीनों विभागों के मिलकर काम करने से नारी सशक्तिकरण को ज़मीनी हकीकत में बदला जा रहा है।
सेहत की एक नई शुरुआत-इस अभियान से महिलाओं को एनीमिया के खतरे के बारे में पता चल रहा है। हीमोग्लोबिन की जांच अब सिर्फ़ अस्पतालों तक सीमित नहीं रही है, बल्कि हर गाँव में महिलाओं तक पहुँच रही है। यह प्रयास न सिर्फ़ सेहत सुधारेंगे, बल्कि आत्मनिर्भरता भी बढ़ाएँगे।





