शिप्रा नदी में नहाते वक्त डूब रहे दो बच्चाें काे बचाने कूदी मां, एसडीईआरएफ जवानों ने तीनों को बचाया

उज्जैन । उज्जैन में शनिवार सुबह शिप्रा नदी में नहाने के दाैरान दाे नाबालिग भाई डूबने लगे। बच्चाें काे पानी में डूबता देख मां ने भी पानी में छलांग लगा दी। अधिक पानी हाेने के कारण तीनाें डूबने लगे। इस दाैरान घाट पर तैनात एसडीईआरएफ जवानों ने बिना समय गवाए नदी में गोता लगाया और तीनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। परिवार के सदस्यों ने जवानों का आभार व्यक्त किया है।
शिप्रा नदी पर स्थित होमगार्ड चौकी प्रभारी ईश्वर लाल ने बताया कि सागर निवासी मनोज रायकवार अपने परिवार के साथ शनिवार सुबह करीब आठ बजे शिप्रा नदी में स्नान करने पहुंचे थे। राणोजी की छतरी के सामने स्थित घाट पर नहाते समय उनके दोनों बेटे गणेश (14 वर्ष) और अनुज (12 वर्ष) गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे।
दोनों को डूबता देख उनकी मां प्रभा (40 वर्ष) भी उन्हें बचाने के लिए पानी में कूद पड़ी। पानी ज्यादा होने के कारण तीनों ही डूबने लगे।
इसी दौरान घाट पर तैनात एसडीईआरएफ जवानों देवेंद्र झाला और राजेंद्र रंगोटा ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीनों को सुरक्षित बाहर निकाला।
दरअसल, 30 दिसंबर को होने वाली सोमवती अमावस्या के पर्व को लेकर जिला प्रशासन ने शिप्रा नदी में पानी छोड़ा है, जिससे नदी का जल स्तर बढ़ गया है।
वर्ष का अंतिम समय हाेने के कारण इस समय यहां बड़ी संख्या में लाेग पहुंच रहे हैं। ऐसे में लाेगाें की सुरक्षा काे देखते हुए
शिप्रा नदी पर स्थित घाटों पर सुरक्षा के लिए एसडीईआरएफ और होमगार्ड के जवान तैनात रहते हैं।