
शिखर धवन ने अपने दोस्त रोहित शर्मा के साथ रिश्ते और आपसी तालमेल की बात की और कहा, “हम एक-दूसरे पर भरोसा करते हैं और हमारी समझ और बात करने का तरीका बहुत शानदार है। मैदान पर हो या बाहर, हमारा रिश्ता एकदम वैसा ही रहता है। हमने साथ में खूब खेले, ढेर सारी सीरीज जीतीं और फिर साथ में खूब मजे भी किए।” भारत के पुराने ओपनर शिखर धवन ने अपने दोस्त और पहले के बल्लेबाजी पार्टनर रोहित शर्मा की कप्तानी की तारीफ की और कहा कि अब वो एक लीडर के तौर पर पूरी तरह तैयार हो चुका है। उनका कहना था कि रोहित को पता है कि मुश्किल हालात में क्या करना है, कब ढील देनी है, कब जोर लगाना है और इन सब में एकदम सही बैलेंस कैसे रखना है। एक खास शो “शिखर धवन एक्सपीरियंस” में रोहित की कप्तानी पर अपनी सोच बताते हुए, इस पुराने खिलाड़ी ने टीम के बाकी लड़कों के साथ रोहित की दोस्ती पर भी बात की। “2013 से 2025 तक, 12 साल का तजुर्बा बहुत बड़ी बात है। रोहित ने ढेर सारी चीजें देखी हैं। उसे समझ है कि मुश्किल वक्त में क्या करना है और लड़कों को कैसे इकट्ठा रखना है।
एक लीडर के तौर पर वो तैयार हो गया है; उसे पता है कि कब नरमी दिखानी है और कब थोड़ा पीछे हटना है। ये एक जबरदस्त बैलेंस है और लड़कों के साथ उसका रिश्ता लाजवाब है।” धवन ने स्टार स्पोर्ट्स और जियोहॉटस्टार पर कहा, “हम बहुत अच्छी जगह पर खड़े हैं।” नौ साल तक रोहित के साथ ओपनिंग करने वाले धवन ने उस वक्त को याद किया जब 2013 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में उन्होंने पहली बार रोहित के साथ पारी शुरू की थी। उन्होंने बताया कि रोहित को ओपनर बनाने का फैसला उस वक्त के कप्तान एमएस धोनी ने लिया था। “ये ओपनिंग जोड़ी का फैसला उस मैच से आधा दिन पहले हुआ था। उस वक्त मैं भी नया था और अपनी ही दुनिया में मस्त था। मैं वापसी करके आया था और मुझे अच्छा खेल दिखाना था। लेकिन एमएस धोनी ने ये फैसला लिया और रोहित को ओपनिंग के लिए कहा। तो मैंने ज्यादा कुछ सोचा नहीं। मैंने सोचा कि अगर रोहित ओपनिंग करेंगे तो हम साथ में बल्लेबाजी का मजा लेंगे।” धवन ने कहा, “पहले मैच में हमें बढ़िया शुरुआत मिली।
हमने बिना विकेट गंवाए 100 रन बना डाले थे। 10 ओवर तक हमने 30-35 रन नहीं बनाए थे क्योंकि पिच थोड़ी टेढ़ी थी। लेकिन मुझे कभी नहीं लगा था कि हमारी जोड़ी इतनी बड़ी हो जाएगी और हम 10 साल तक साथ खेलेंगे।” शिखर धवन ने रोहित के साथ अपनी दोस्ती और आपसी तालमेल की बात की और कहा, “हम एक-दूसरे पर भरोसा करते हैं और हमारी समझ और बात करने का तरीका बहुत शानदार है। मैदान पर हो या बाहर, हमारा रिश्ता एकदम वैसा ही रहता है। हमने साथ में खूब खेले, ढेर सारी सीरीज जीतीं और फिर साथ में खूब मजे भी किए।” उन्होंने कहा, “हमने एक टीम की तरह खेल दिखाया है। वो पूरा सफर और भारत में खेलने से पहले भी, जब रोहित 16-17 साल का था, मैंने अंडर-19 वर्ल्ड कप खेला था। तो हम तब से साथ हैं और दोस्त हैं।” अभी चल रही चैंपियंस ट्रॉफी में, रोहित की कप्तानी में भारत ने ग्रुप स्टेज में एक मैच बाकी रहते सेमीफाइनल की टिकट पक्की कर ली है। वो रविवार को दुबई में आखिरी ग्रुप मैच में न्यूजीलैंड से टकराएंगे।
रोहित की कप्तानी का दम
शिखर धवन ने रोहित की कप्तानी की खूब तारीफ की। उनका कहना है कि रोहित अब एक मजबूत लीडर है जो टीम को साथ ले चलता है।
दोस्ती का कमाल
धवन ने रोहित के साथ अपनी दोस्ती बताई। मैदान हो या बाहर, दोनों का भरोसा और समझ गजब की है—खेल भी साथ, मौज भी साथ।
ओपनिंग की शुरूआत
2013 में धोनी ने रोहित को ओपनिंग का मौका दिया। धवन ने बताया कि कैसे उनकी जोड़ी बनी और 10 साल तक चली।
चैंपियंस ट्रॉफी का रंग
रोहित की कप्तानी में भारत सेमीफाइनल में पहुंच गया है। अब न्यूजीलैंड के साथ आखिरी ग्रुप मैच खेलने को तैयार है।