व्यापार

पैन कार्ड से जुड़े स्कैम आ रहे हैं सामने, नागरिक रहे सावधान

नई दिल्ली। हाल ही में एक मामला भारत में पैन के दुरुपयोग के खतरों को उजागर करता है। मुंबई की एक होममेकर महिला से एक ऐसी संपत्ति की बेचने के लिए कर मांगा गया, जो उसने कभी बेची ही नहीं। यह घटना सिस्टम की कमजोरियों को उजागर करती है और आपके पैन की जानकारी की सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करती है। मुंबई में एक बुजुर्ग महिला को 2010-11 में 1.3 करोड़ रुपये की संपत्ति को बेचने के लिए कर नोटिस मिला, जिसके बारे में उसे कोई जानकारी नहीं थी। इसके बाद उनको अपने पैन के दुरुपयोग को लेकर आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण (आईटीएटी) स्तर तक मुकदमा करना पड़ा अशिक्षित और कैंसर रोगी, महिला ने आयकर नोटिस का जवाब नहीं दिया। आईटीएटी के समक्ष हाल ही में हुई सुनवाई में, उसके वकील ने प्रस्तुत किया कि संपत्ति रजिस्ट्रेशन में उसके पैन का दुरुपयोग किया गया था।
आयकर अधिकारी ने की लापरवाही
न्यायाधिकरण ने नोट किया कि आयकर अधिकारी ने स्वतंत्र जांच नहीं की थी, जिसमें संपत्ति के रजिस्ट्रार और खरीदार से विवरण मांगना शामिल है। इसने आयकर विभाग को रजिस्ट्रार से पूरी जानकारी मांगने और महिला को जानकारी देने का आदेश दिया। यह घटना अकेली नहीं है, भारत भर में मरे हुए लोगों, वरिष्ठ नागरिक और छोटे व्यवसाय के मालिक, किसान और औरतें पैन स्कैमर्स के निशाने पर है।
सावधान रहना है जरूरी

फाइनेंशियल एक्सपर्ट आपके पैन विवरण की सुरक्षा पर जोर देते हैं। इन्हें केवल तभी साझा करें जब सरकार द्वारा अनिवार्य किया गया हो।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) अनावश्यक PAN के खिलाफ सलाह देता है और संदिग्ध दुरुपयोग के मामले में पुलिस शिकायत दर्ज करने की सलाह देता है। PAN को आधार से जोड़ने का उद्देश्य इस तरह की धोखाधड़ी को रोकना था।
आपको अपने वार्षिक सूचना विवरण (AIS) की जांच करते रहना हैं। यह डॉक्यूमेंट विभिन्न संस्थाओं द्वारा रिपोर्ट किए गए बैंक ब्याज, लाभांश और संपत्ति लेनदेन का विवरण देता है।
AIS में विसंगतियों की पहचान करने से सिस्टम के भीतर तत्काल सुधार की अनुमति मिलती है। अगर फिर भी समस्या बनी रहती हैं तो पुलिस शिकायत दर्ज कराना चाहिए।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button