मोहाली में हंगामा: गुरुद्वारे जाते वक्त पुलिस ने सुखबीर बादल को हिरासत में लिया, सड़क पर हुई बहस

पंजाब में सियासी घमासान: मजीठिया की पेशी और बादल का विरोध-पंजाब की राजनीति में इन दिनों खूब गरमागरम माहौल है। अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया की कोर्ट पेशी से पहले ही पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल का पुलिस के साथ विवाद हो गया। आइए, जानते हैं पूरा मामला।
गुरुद्वारे में रोकथाम: एक विवाद की शुरुआत-सुखबीर बादल मोहाली के अंब साहिब गुरुद्वारे जा रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें और उनके समर्थकों को रोक लिया। पुलिस और बादल के बीच तीखी बहस हुई। बादल ने पुलिस से गुरुद्वारे में प्रवेश न देने के कारण पूछा और अनुमति दिखाने को कहा। इस घटना ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया।
मजीठिया की पेशी: सियासी दांव-पेच-बादल और अकाली दल के अन्य नेता मोहाली कोर्ट जा रहे थे जहाँ बिक्रम मजीठिया को पेश किया जाना था। मजीठिया पर ‘आय से अधिक संपत्ति’ का आरोप है। पेशी से पहले ही पुलिस की सख्ती ने सियासी माहौल को और गरम कर दिया।
केजरीवाल पर हमला: आरोपों का दौर-हिरासत में लिए जाने के बाद, बादल ने आरोप लगाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब पर कब्ज़ा करने की कोशिश कर रहे हैं और लैंड पूलिंग स्कीम के नाम पर ज़मीन हड़पने की साज़िश रची जा रही है। उन्होंने पंजाब को ‘केजरीवाल एंड कंपनी’ से मुक्त कराने की बात कही।
मजीठिया की गिरफ़्तारी और रिमांड-बिक्रम सिंह मजीठिया को 25 जून को ‘आय से अधिक संपत्ति’ के मामले में गिरफ़्तार किया गया था। 7 दिन की रिमांड के बाद आज उनकी दोबारा पेशी थी। इसी के चलते यह पूरा घटनाक्रम हुआ।
सियासी तूफान: आरोप-प्रत्यारोप का दौर-इस घटना ने पंजाब की राजनीति में हलचल मचा दी है। अकाली दल ने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताया है, जबकि पुलिस का कहना है कि यह सुरक्षा कारणों से किया गया। विपक्ष इसे राजनीतिक दखल मान रहा है और इस मामले में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।




