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पंजाब-हिमाचल में भारी बारिश से रावी नदी उफान पर, अजनाला और आसपास के गांवों में अलर्ट

 रावी में बाढ़ का खतरा: डेढ़ लाख क्यूसिक पानी छोड़ा गया, प्रशासन अलर्ट!

भारी बारिश का कहर, रावी नदी उफान पर-पंजाब और हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने हालात को काफी गंभीर बना दिया है। जम्मू-कश्मीर की तरफ से रावी नदी में करीब डेढ़ लाख क्यूसिक पानी छोड़ा गया है, जो देर रात अजनाला के पास दरिया में पहुँच गया। सामान्य तौर पर, इस नदी में एक लाख क्यूसिक पानी की क्षमता होती है। लेकिन जब पानी की यह मात्रा बढ़ जाती है, तो बाढ़ का खतरा भी काफी बढ़ जाता है। इसी वजह से, प्रशासन ने पूरी तरह से हाई अलर्ट जारी कर दिया है और जो भी इलाके प्रभावित हो सकते हैं, उन पर लगातार कड़ी नजर रखी जा रही है।

सतर्कता बढ़ी, टीमें तैनात: हर पल की निगरानी-स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, जिला मजिस्ट्रेट और डिप्टी कमिश्नर, साक्षी साहनी ने बाढ़ के खतरे वाले लगभग एक दर्जन गांवों में चौबीसों घंटे निगरानी रखने के लिए विशेष टीमें भेज दी हैं। इन टीमों को जेसीबी मशीनों और अन्य आवश्यक उपकरणों से लैस किया गया है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। प्रशासन की ओर से लोगों से लगातार यह अपील की जा रही है कि वे खतरनाक इलाकों को तुरंत खाली कर दें और पूरी सावधानी बरतें।

दो साल पहले भी झेल चुके हैं ऐसा संकट-यह पहली बार नहीं है जब अजनाला क्षेत्र को इस तरह की बाढ़ की समस्या का सामना करना पड़ रहा हो। ठीक दो साल पहले भी रावी नदी में पानी का स्तर अचानक बहुत बढ़ गया था, जिससे कई गांवों को भारी नुकसान हुआ था। हालांकि, इस बार प्रशासन पहले से ही काफी सतर्क है। हाल ही में, बाबा बकाला इलाके में डीसी ने खुद मौके पर जाकर खेतों में घुस रहे पानी को रोकने के लिए कदम उठाए थे। इससे लोगों में यह भरोसा बढ़ा है कि इस बार हालात नियंत्रण से बाहर नहीं जाएंगे।

इन गांवों पर मंडरा रहा सबसे ज्यादा खतरा-मिली जानकारी के अनुसार, प्रशासन ने घोनेवाल, सहारन, पंजग्राई, घुमराई, कोट राजदा और दरिया मूसा जैसे गांवों को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना है। इन संवेदनशील इलाकों में सिविल और पुलिस की टीमें विशेष रूप से तैनात कर दी गई हैं। इसके अलावा, नंगल सौहल, गगड़, दूजोवाल, बल लबेदरिया, लखूवाल रमदास, कोटली जमीत सिंह और ऐसे ही दर्जनों अन्य गांवों को भी बाढ़ संभावित गांवों की सूची में शामिल किया गया है। सभी स्थानीय लोगों से आग्रह किया गया है कि वे सतर्क रहें और प्रशासन द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का पूरी तरह से पालन करें।

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