चंडीगढ़: 11 सितंबर 2024 को हुए बम धमाके की जांच में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में 16 जगहों पर छापेमारी की। इस मामले में पाकिस्तान के आईएसआई समर्थित आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के हरविंदर सिंह और अमेरिका में रह रहे हरप्रीत सिंह के नाम सामने आए हैं। छापेमारी का उद्देश्य
एनआईए ने पंजाब में 14, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में एक-एक जगह छापेमारी की। इस कार्रवाई का मकसद मामले से जुड़े सबूत जुटाना और इसमें शामिल लोगों का पता लगाना था। धमाके से फैली दहशत 11 सितंबर को चंडीगढ़ के सेक्टर-10 में एक घर पर हैंड ग्रेनेड फेंका गया था। इस घटना ने सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता पैदा कर दी थी। जांच में सामने आया कि दो व्यक्ति ऑटो-रिक्शा से आए और उनमें से एक ने घर पर ग्रेनेड फेंका। यह घर हिमाचल प्रदेश के रिटायर्ड प्रिंसिपल केके मल्होत्रा का था।
साजिश का पर्दाफाश पंजाब पुलिस ने इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। पुलिस का कहना है कि साजिश पाकिस्तान में बैठे हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा और अमेरिका में रह रहे हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया ने रची थी। अमृतसर के पासिया गांव के रहने वाले रोहन मसीह को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था। आर्थिक और हथियारों की मदद पुलिस के मुताबिक, हैप्पी पासिया ने अपने स्थानीय सहयोगियों के जरिए आरोपियों को विस्फोटक, हथियार और आर्थिक मदद उपलब्ध कराई थी। अपराध को अंजाम देने के बाद आरोपी अमृतसर पहुंचे और फिर अलग-अलग दिशाओं में भाग गए। विशाल नाम का एक आरोपी जम्मू-कश्मीर होते हुए दिल्ली गया, जहां उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया। एनआईए की सख्ती एनआईए ने इस मामले में कार्रवाई तेज करते हुए नई छापेमारी की है। इसका मकसद घटना से जुड़े ठोस सबूत जुटाना और अन्य संदिग्धों को पकड़ना है। जांच एजेंसी इस मामले को अंजाम तक पहुंचाने के लिए पूरी कोशिश कर रही है।