शेयर बाजार को लेकर निवेशकों में बढ़ा रुझान, देश में डीमैट अकाउंट की संख्या 17 करोड़ के पार पहुंची
नई दिल्ली। घरेलू शेयर बाजार में खुदरा निवेशकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। निवेशकों की संख्या में बढ़ोतरी होने का संकेत देश में लगातार बढ़ रहे डीमैट अकाउंट की संख्या से मिलता है। अगस्त महीने में देश में कुल डीमैट अकाउंट की संख्या पहली बार 17 करोड़ के आंकड़े के पार पहुंच गई। अगस्त में देश में 42.30 लाख डीमैट अकाउंट खोले गए। इस तरह देश में अभी तक खोले गए डीमैट अकाउंट की कुल संख्या 17.11 करोड़ हो गई है। डिपॉजिटरी द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक अगस्त के पहले जुलाई के महीने में 44.44 लाख डीमैट अकाउंट खुले थे। इस तरह मासिक आधार पर नए खुलने वाले डीमैट अकाउंट की संख्या में अगस्त के महीने के दौरान 2.14 लाख की कमी जरूर आई लेकिन सालाना आधार पर इसमें 11.30 लाख की बढ़ोतरी हुई है। इसके पहले अगस्त 2023 में 31 लाख में डीमैट अकाउंट खोले गए थे।
इस साल जून महीने में ही देश में डीमैट अकाउंट की संख्या बढ़ कर 16 करोड़ हो गई थी। इसके दो महीने बाद ही अगस्त के महीने में इस संख्या में एक करोड़ की बढ़ोतरी हो गई। जनवरी 2023 से लेकर अगस्त 2024 के बीच 6.28 करोड़ डीमैट अकाउंट खोले गए हैं। इनमें साल 2024 में जनवरी से अगस्त के दौरान कुल 3.18 करोड़ नए डीमैट अकाउंट खोले गए हैं। इसके पहले साल 2023 में जनवरी से दिसंबर तक कुल 3.10 करोड़ डीमैट अकाउंट खोले गए थे। इस तरह इस साल 8 महीने की अवधि में ही नए डीमैट अकाउंट खुलने का आंकड़ा 2023 के आंकड़े से आगे निकल गया है।
उल्लेखनीय है कि डीमैट अकाउंट का इस्तेमाल मुख्य रूप से सिक्योरिटी मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए किया जाता है। इस अकाउंट में शेयर के साथ ही म्युचुअल फंड, बॉन्ड और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड जैसे सिक्योरिटीज को डिजिटल फॉर्म में रखा जाता है। शेयरों की खरीद बिक्री के लिए डीमैट अकाउंट होना जरूरी होता है।