“तिरंगे के साये में शौर्य की गूंज: हल्द्वानी में ऑपरेशन सिंदूर की जीत को समर्पित शौर्य सम्मान यात्रा”

हल्द्वानी में तिरंगा शौर्य यात्रा: देशभक्ति का जबरदस्त प्रदर्शन!
ऑपरेशन सिंदूर की गौरव गाथा: हल्द्वानी में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को ‘तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा’ में शिरकत की, जो ऑपरेशन सिंदूर की शानदार जीत को समर्पित थी। मिनी स्टेडियम से शहीद पार्क तक हजारों लोगों की भीड़ में पूर्व सैनिक, युवा और महिलाएं तिरंगा लेकर देशभक्ति का जज्बा दिखाते नज़र आए। मुख्यमंत्री ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके बलिदान को याद किया। ये यात्रा सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि देशभक्ति का ज़बरदस्त प्रदर्शन था।
वीर जवानों को सलाम: मुख्यमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर में शामिल सभी जवानों की बहादुरी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन ने साबित कर दिया कि भारत आतंकवाद का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है। हमारे जवानों के साहस और रणनीति ने दुश्मनों को धूल चटा दी। ये जीत सिर्फ आतंकवादियों के खिलाफ नहीं, बल्कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ भी है। उत्तराखंड के सभी सैनिकों को मुख्यमंत्री ने बधाई दी और उनके पराक्रम पर गर्व जताया।
उत्तराखंड: देशभक्ति की धरती: मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड का लगभग हर दूसरा परिवार सेना या सुरक्षा बलों से जुड़ा है। उन्होंने युवाओं से देश सेवा में योगदान देने की अपील की। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत पहले से कहीं ज्यादा मज़बूत और सुरक्षित है, आधुनिक तकनीक और तैयार सेना के साथ, भारत अपनी सीमाओं की रक्षा करने में पूरी तरह सक्षम है। यह उत्तराखंड की वीरता और देशभक्ति की परंपरा को आगे बढ़ाने का एक संदेश है।
भारत का एक्शन मोड: मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि भारत अब बातों से नहीं, बल्कि कार्रवाई से जवाब देता है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश का गुस्सा जायज था, और प्रधानमंत्री ने इस गुस्से को समझते हुए ठोस कार्रवाई के निर्देश दिए। ऑपरेशन सिंदूर इसी मजबूत इच्छाशक्ति और सैन्य रणनीति का नतीजा है। हज़ारों लोगों की भागीदारी से साफ़ है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है।
आतंकवाद की जड़ों पर प्रहार: प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद की जड़ों पर सीधा हमला करने का फ़ैसला लिया। सेना को पूरी छूट दी गई और उसने पाकिस्तान में छिपे आतंकवादियों को निशाना बनाया, बिना सीमा पार किए। भारत ने न सिर्फ़ आतंकी ठिकानों को तबाह किया, बल्कि उन्हें संरक्षण देने वालों को भी करारा जवाब दिया। यह दिखाता है कि भारत अब सिर्फ़ रक्षा नहीं, बल्कि आक्रमण भी कर सकता है।
चार दिनों में इतिहास रचा: मुख्यमंत्री ने भारतीय सेना की तारीफ़ करते हुए कहा कि भारत में बनी आधुनिक तकनीक और हथियारों ने दुनिया को चौंका दिया है। सिर्फ़ चार दिनों में भारतीय सेना ने ऐसा कारनामा किया कि पाकिस्तान को संघर्षविराम की गुहार लगानी पड़ी। यह साबित करता है कि हमारी सेना की ताकत और रणनीति विश्वस्तरीय है।
भावुक हुए मुख्यमंत्री: तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि हर पाँचवें जवान का रिश्ता उत्तराखंड से है। इन वीर सपूतों के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता। यह यात्रा सिर्फ़ श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा भी है।




