
दिग्विजय सिंह के दांव और पन्नालाल शाक्य का बयान: एमपी की सियासत में गरमाई गर्मी!-मध्य प्रदेश की राजनीति में इन दिनों सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर काफी चर्चा है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के एक हालिया पोस्ट ने बीजेपी को सीधा निशाना साधने का मौका दे दिया है। वहीं, बीजेपी विधायक पन्नालाल शाक्य के अपने ही बयान ने पार्टी को थोड़ी मुश्किल में डाल दिया है, जिस पर पार्टी ने तुरंत अपनी दूरी बना ली है और इसे उनका निजी विचार बताया है। आइए, इस पूरे राजनीतिक खेल को विस्तार से समझते हैं।
दिग्विजय सिंह की नई चाल: पुत्रों के लिए गठबंधन की कोशिश?-बीजेपी के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और कमलनाथ पर सीधा आरोप लगाया है। उनका कहना है कि ये दोनों नेता अपने-अपने बेटों को राजनीति में आगे बढ़ाने के लिए एक बार फिर से गठबंधन की राह तलाश रहे हैं। बीजेपी का आरोप है कि यह गठबंधन जीतू पटवारी और उमंग सिंघार जैसे कांग्रेस के ही नेताओं के खिलाफ तैयार किया जा रहा है। बीजेपी ने इसे परिवारवाद की राजनीति का जीता-जागता उदाहरण बताया है और कहा है कि कांग्रेस की सोच अब जनता से हटकर सिर्फ अपने परिवार तक ही सिमट गई है।
पन्नालाल शाक्य के बयान पर बीजेपी का स्टैंड-गुना के विधायक पन्नालाल शाक्य के एक बयान ने पार्टी के अंदर थोड़ी हलचल मचा दी है। हालांकि, बीजेपी ने फौरन इस मामले पर अपना रुख साफ कर दिया है। पार्टी का कहना है कि शाक्य का बयान पूरी तरह से उनका अपना निजी विचार है और पार्टी इसका बिल्कुल भी समर्थन नहीं करती। बीजेपी के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने साफ किया कि पार्टी की तय लाइन से अलग हटकर दिए गए किसी भी बयान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इस मामले पर जल्द ही ध्यान देगा और उचित कार्रवाई करेगा।




