
पंजाब में बाढ़ का कहर: क्या है पूरा मामला?
बिगड़ते मौसम का आंखों देखा हाल-पंजाब में मौसम का मिजाज इन दिनों बिल्कुल भी ठीक नहीं है। चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है और हालात काबू से बाहर होते जा रहे हैं। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों, यानी 8 से 13 सितंबर तक, भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। यह खबर पंजाब के लोगों के लिए चिंता बढ़ाने वाली है, क्योंकि पहले से ही बाढ़ से परेशान इलाकों में इस बारिश से और भी ज्यादा तबाही मच सकती है। लोग डरे हुए हैं कि कहीं यह बारिश उनके जीवन को और मुश्किल न बना दे।
मौसम विभाग का ‘रेड अलर्ट’ और लोगों की चिंता-मौसम विभाग ने पंजाब के लिए भारी बारिश का ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। इतना ही नहीं, राजस्थान, बिहार, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और पूर्वोत्तर राज्यों में भी भारी बारिश की आशंका जताई गई है। इस अलर्ट ने लोगों के मन में डर पैदा कर दिया है। जो लोग पहले से ही जलभराव और बाढ़ की समस्या से जूझ रहे हैं, वे अब आने वाले मुश्किल दिनों के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं। हर कोई बस यही दुआ कर रहा है कि बारिश थमे और हालात सामान्य हों।
23 जिलों में बाढ़ का तांडव, लाखों बेघर-पंजाब में बाढ़ की स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि राज्य के सभी 23 जिले इसकी चपेट में आ गए हैं। करीब 1900 से ज्यादा गांव पूरी तरह से पानी में डूब चुके हैं। इस प्राकृतिक आपदा से लगभग 4 लाख लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं और अपना घर-बार छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने को मजबूर हैं। प्रशासन अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहा है कि लोगों को राहत पहुंचाई जाए और बचाव कार्य जारी रहे, लेकिन बाढ़ का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है, जिससे तबाही का मंजर और भी भयावह होता जा रहा है।
किसानों पर टूटा आफत का पहाड़, भारी नुकसान-बाढ़ ने किसानों की कमर तोड़ दी है। लगभग 1.5 लाख हेक्टेयर में लगी फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी हैं। इससे किसानों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है और आने वाले समय में अनाज की कमी भी महसूस की जा सकती है। इस विनाशकारी बाढ़ में अब तक 40 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। लोग अपनी जान बचाने के साथ-साथ अपने रोज़गार को भी बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, यह दोहरी लड़ाई उनके लिए बेहद कठिन साबित हो रही है।




