
उत्तराखंड में पर्वतीय होली की धूम, सीएम धामी ने खटीमा में मनाया रंगों का त्योहार
देहरादून: उत्तराखंड में पर्वतीय होली का जोश और उत्साह चरम पर है। आज 15 मार्च को पूरे राज्य में इस पारंपरिक होली का जश्न मनाया जा रहा है। इस खास मौके पर उत्तराखंड सरकार ने सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है, हालांकि बैंक सामान्य रूप से खुले रहेंगे। इस बार पर्वतीय इलाकों में होली की मस्ती पर बारिश और बर्फबारी ने भी अपना रंग चढ़ा दिया है, जिससे त्योहार का आनंद दोगुना हो गया है।
सरकारी छुट्टी का ऐलान, लेकिन बैंक खुले
उत्तराखंड सरकार ने शुक्रवार को एक आधिकारिक आदेश जारी कर पर्वतीय होली के अवसर पर 15 मार्च को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया। इस छुट्टी का लाभ सरकारी, गैर-सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को मिलेगा, हालांकि बैंक इस दौरान खुले रहेंगे।
सीएम धामी का होली सेलिब्रेशन, परिवार और जनता के साथ खेली होली
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पर्वतीय होली का जश्न अपने पैतृक गांव नगरा तराई (खटीमा) में मनाया। उन्होंने सबसे पहले अपनी माता के पैर छूकर आशीर्वाद लिया और फिर परिवार व स्थानीय लोगों के साथ जमकर रंग खेला। पारंपरिक होली के इस मौके पर सीएम धामी ने नृत्य भी किया और वहां मौजूद लोगों को होली की शुभकामनाएं दीं।
नेताओं और पूर्व मुख्यमंत्रियों के साथ भी मनाई होली
सीएम धामी ने होली के साथ-साथ उत्तराखंड के लोक पर्व फूलदेई की भी शुभकामनाएं दीं। इससे पहले उन्होंने देहरादून स्थित मुख्यमंत्री आवास और राजभवन में भी रंगों का त्योहार मनाया। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, त्रिवेंद्र सिंह रावत और हरीश रावत से भी मुलाकात की और उन्हें होली की बधाई दी। इसी तरह, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी देहरादून में होली का जश्न मनाया। इस दौरान सीएम धामी, रमेश पोखरियाल निशंक समेत कई मंत्री, विधायक और भाजपा नेता उन्हें होली की शुभकामनाएं देने पहुंचे। हरीश रावत भी पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी और त्रिवेंद्र सिंह रावत के घर गए और वहां भी गुजिया खिलाकर और रंग लगाकर होली की बधाई दी।
होली पर सौहार्द और भाईचारे का संदेश
होली के मौके पर हरीश रावत ने कहा कि इस साल देशभर में लोगों ने भगवान को धन्यवाद दिया होगा कि होली पूरी खुशी और उत्साह के साथ मनाई गई और यह शांतिपूर्ण भी रही। उन्होंने यह भी कहा कि होली के जुलूस और रमजान के जुम्मे की नमाज एक साथ शांतिपूर्वक संपन्न हुई, जिससे भारत और भी मजबूत हुआ है।
उत्तराखंड की पारंपरिक होली बनी आकर्षण का केंद्र
इस साल उत्तराखंड में पर्वतीय होली का रंग कुछ अलग ही था। बर्फबारी और बारिश ने त्योहार को और भी खास बना दिया। लोग पारंपरिक गीतों और नृत्य के साथ रंगों में सराबोर नजर आए। उत्तराखंड की यह अनोखी होली न सिर्फ राज्य में बल्कि पूरे देश में अपने अनूठे अंदाज के लिए मशहूर है।