
देवभूमि उत्तराखंड में विकास की नई लहर: सीएम धामी की स्वयं सहायता समूहों और सफाई कर्मचारियों से सीधी बातचीत
मुख्यमंत्री धामी ने महिला सशक्तिकरण को सराहा, स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने की अपील-मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में भराड़ीसैंण (गैरसैंण) का दौरा किया, जहाँ उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत सक्रिय स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के प्रयासों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। उन्होंने महिलाओं द्वारा संचालित विभिन्न कार्यों का प्रत्यक्ष अवलोकन किया और उनकी लगन तथा मेहनत को प्रेरणादायक बताया। इस अवसर पर, मुख्यमंत्री ने सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन और उनसे महिलाओं को मिल रहे लाभों पर विस्तृत चर्चा की, तथा जमीनी स्तर पर फीडबैक भी लिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि किस प्रकार ये महिलाएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में उभर रही हैं। सीएम धामी ने यह भी बताया कि राज्य में लगभग पांच लाख महिलाएं 68 हजार से अधिक स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से संगठित होकर अपने उद्यम स्थापित कर रही हैं, जो महिला सशक्तिकरण का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
पर्यटकों से ‘लोकल फॉर वोकल’ की अपील: सीएम धामी का प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान को समर्थन-मुख्यमंत्री धामी ने देवभूमि उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों से एक विशेष आग्रह किया, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘लोकल फॉर वोकल’ के आह्वान का ही एक विस्तार है। उन्होंने पर्यटकों से अपनी यात्रा पर होने वाले कुल खर्च का कम से कम 5% हिस्सा स्थानीय उत्पादों की खरीद पर व्यय करने की अपील की। मुख्यमंत्री का मानना है कि इस कदम से न केवल स्थानीय कारीगरों, छोटे व्यवसायों और किसानों को आर्थिक संबल मिलेगा, बल्कि यह उत्तराखंड की पारंपरिक कला, संस्कृति और उत्पादों को भी बढ़ावा देगा। उन्होंने पर्यटकों से आग्रह किया कि वे उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने के साथ-साथ यहाँ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और स्थानीय हस्तशिल्प को भी अपनाएं, जिससे ‘आओ उत्तराखंड, उत्तराखंड अपनाओ’ की भावना को बल मिले।
सफाई कर्मचारियों के साथ संवाद: व्यवस्थाओं का जायजा और उनके योगदान का सम्मान-मुख्यमंत्री धामी ने विधानसभा परिसर में कार्यरत सफाई कर्मचारियों से भी व्यक्तिगत रूप से मिलकर उनके कल्याण और कार्य-स्थितियों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने उनके रहने, खाने-पीने की सुविधाओं और समग्र कार्य वातावरण का जायजा लिया। सफाई कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि उन्हें सरकार द्वारा प्रदान की जा रही सुविधाओं से वे संतुष्ट हैं और उन्होंने इसके लिए आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान समाज में स्वच्छता और स्वास्थ्य के मानकों को बनाए रखने में सफाई कर्मचारियों के अमूल्य योगदान को रेखांकित किया और उनके अथक परिश्रम की सराहना की। उन्होंने कहा कि ये कर्मचारी अदृश्य रूप से हमारे समाज के स्वास्थ्य रक्षक हैं, और उनका कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण एवं सम्माननीय है।
विकसित उत्तराखंड’ की ओर सामूहिक कदम: महिला शक्ति और स्वच्छता का संगम-मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वयं सहायता समूहों की सशक्त महिलाओं और समाज को स्वच्छ रखने वाले सफाई कर्मचारियों को ‘विकसित उत्तराखंड’ के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण सहयोगी बताया। उन्होंने कहा कि जब महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनती हैं और समाज स्वच्छ व स्वस्थ रहता है, तभी प्रदेश प्रगति के पथ पर अग्रसर होता है। मुख्यमंत्री ने इस बात पर बल दिया कि ये दोनों ही वर्ग राज्य के समग्र विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। उन्होंने सभी से मिलकर काम करने, राज्य की प्रगति में सक्रिय भूमिका निभाने और उत्तराखंड को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने का आह्वान किया। यह सामूहिक प्रयास ही प्रदेश को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने की कुंजी है।




