उत्तरप्रदेश

सीएम धामी ने 3472.36 लाख की पांच योजनाओं का शिलान्यास किया

पिथौरागढ़ । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जौलजीबी मेले में विधानसभा वार 2964.89 लाख की 13 योजनाओं का लोकार्पण और 3472.36 लाख की पांच योजनाओं का शिलान्यास किया।

इन कार्यों का हुआ लोकार्पण

पिथौरागढ़ विस क्षेत्र 1. बहुमंजिला पार्किंग बजेटी चंडाक पिथौरागढ़- 344.36 लाख।

2. पुलिस कार्यालय के समीप सरफेरा पार्किंग- 139.9 लाख।

3. जिला चिकित्सालय बेसमेंट इमरजेंसी वार्ड द्वितीय दल में हाल- 116..54 लाख।

4. बडारी-सिलौनी पंपिंग पेयजल योजना- 499.51 लाख।

5. पिथौरागढ़ में पाली क्लीनिक निर्माण- 261.33 लाख।

6. कुक्कुट पालन क्षेत्र बिण डीपलीटर व डालमेंट्री- 307.34 लाख।

धारचूला विस क्षेत्र 7. उच्छैती ढीलम मार्ग पर स्टील गार्डर सेतु- 554.86 लाख।

8. होम्योपैथिक अस्पताल के आवासीय भवन निर्माण -20.76 लाख।

9. धारचूला स्टेडियम में पर्वतारोहण दीवार -131.50 लाख।

गंगोलीहाट विस क्षेत्र 10. गणाईगंगोली-बनकोट मार्ग सुधारीकरण और डामरीकरण -284.15 लाख।

11. अरारी पेयजल योजना -90.91 लाख।

12. बेरीनाग में बड़ेत सानी गांव पेयजल योजना- 140.58 लाख।

डीडीहाट विस क्षेत्र – 13. पशु सेवा केंद्र हचीला निर्माण- 65.15 लाख।

इन कार्यों का हुआ शिलान्यास
1. मड़मानले-दोबास मार्ग में बारमों सड़क तक डामरीकरण -189.01 लाख।

2. मानस मंदिर मिशन योजना के अंतर्गत पाताल भुवनेश्वर में- 239.92 लाख।

3. तोराथल तक पां किमी मार्ग पुनर्निमाण – 235.4 लाख।

4. पिथौरागढ़ पांडेय गांव पुल से न्यूसेरा तक नाला कवर कर मोटर मार्ग निर्माण – 759.3 लाख।

5. राजकीय मेडिकल कालेज पिथौरागढ़ में 50 बेडेड क्रिटिकल केयर ब्लाक निर्माण कार्य- 2048.73 लाख।

जौलजीबी मेला उत्तराखंड सरकार की अनमोल धरोहर : धामी
जौलजीबी : नेपाल सीमा पर काली और गोरी नदी के संगम स्थल जौलजीबी में अंतरराष्ट्रीय जौलजीबी मेले का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जौलजीबी मेला उत्तराखंड सरकार की अनमोल धरोहर है। भारत और नेपाल के मध्य रोटी-बेटी का संबंध है।

केदारनाथ-पशुपतिनाथ आध्यात्मिक यात्रा दोनों देशों के संबंधों को अधिक मजबूत कर रही है। जौलजीबी मेला ही भारत, नेपाल और तिब्बत तीन देशों की सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को बढ़ाने का कार्य करता आया है। तीनों देशों के मध्य आपसी सद्भाव भावनात्मक रूप से मजबूत रहा है।

गुरुवार को काली और गोरी नदी संगम पर स्थित जौलजीबी मेला मंच पर दीप प्रज्ज्वलित करने के बाद मुख्यमंत्री धामी ने उद्घाटन समारोह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जौलजीबी मेले के स्वरूप में चुनौतियों का असर पड़ा है, परंतु मेले का मूल स्वरूप आज भी विद्यमान है। इस मेले ही खाद्य पदार्थों में प्रयुक्त होने वाली औषधियां जड़ी-बूटी के रूप में मिलती हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सीमांत क्षेत्र के समग्र विकास की अवधारणा अब साकार रूप लेने लगी है।

सीमा पर स्थित अंतिम कहे जाने वाले गांव अब प्रथम गांव बन चुके हैं। वर्तमान में पिथौरागढ़ के गुंजी, नाबी, कुटी, चमोली का माणा, मलारी, उत्तरकाशी का नेलांग गांव देश के प्रथम गांव बन चुके हैं। गुंजी गांव ने तो देश में पहले पर्यटन गांव का पुरस्कार जीता है। धामी ने कहा कि बीते वर्ष प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आदि कैलास दर्शन के बाद सीमांत की तस्वीर बदल चुकी है। बीते वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष आदि कैलास दर्शन के लिए 10 हजार श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है। आने वाले वर्षों में यह संख्या काफी अधिक बढ़ने के आसार हैं।

पर्यटन बढ़ने से व्यापारिक गतिविधियां बढ़ चुकी हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने व्यास घाटी में कुटी नदी के कटाव से सुरक्षा हेब करोड़, गुंजी में कटाव से सुरक्षात्मक कार्य के लिए 17.50 करोड़, तहसील बंगापानी के लुम्ती में गोरी नदी के कटाव से सुरक्षात्मक कार्य, बिर्थी झरने में ग्लास पुल सहित अन्य घोषणाएं की।

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