जय श्री राम के जयकारे के साथ CM भगवंत मान ने किया रावण का संहार
अमृतसर। बुराई पर अच्छाई की जीत हुई। दशहरा के अवसर पर शहर में 120 फुट ऊंचा रावण जला। श्री दशहरा कमेटी अमृतसर व श्री दुर्ग्याणा कमेटी की ओर से दशहरा ग्राउंड में रावण दहन किया गया। इस कार्यक्रम में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। शाम 5:35 पर मुख्यमंत्री ने रिमोट का बजट दबाकर रावण का दहन किया।भगवंत मान ने कहा कि कहा कि रावण अहंकार का प्रतीक है। दशहरे के दिन यह अहंकार टूटा था। उन्होंने कहा कि पवित्र नगरी में आने के दौरान मुझे बचपन के दिन याद आ रहे हैं, जब हम दशहरा देखते थे। उन्होंने जय श्री राम के जयकारे लगाते हुए दशहरा पर्व की बधाई दी।
मुख्यमंत्री सिर्फ एक मिनट में बोले। श्री दुर्ग्याणा कमेटी की अध्यक्ष प्रोफेसर लक्ष्मीकांता चावला की अध्यक्षता में करवाए गए दशहरा पर्व में पूर्व उपमुख्यमंत्री ओमप्रकाश सोनी ने ज्योति प्रज्ज्वलित की। समारोह का शुभारंभ महासचिव अरुण खन्ना ने किया।ओम प्रकाश सोनी ने कहा कि हमें अहंकार नहीं करना चाहिए। अहंकार हमें विनाश की ओर ले जाता है। हमें हमेशा सच्चाई के मार्ग पर जाना है। ईमानदारी से कर्तव्य निभाना चाहिए। उन्होंने दशहरा पर्व की सभी को बधाई दी।इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल, कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ आदि उपस्थित थे।
इस मौके पर प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि विजदशमी हमारा सांस्कृतिक त्यौहार है, पर आज इस दिन पर हमारे सामने बहुत से प्रश्नचिन्ह हैं। जिस रावण को हमने वंश सहित नष्ट किया उस रावण के राज्य में निश्चित ही एक भी बेटी बलात्कार जैसे घृणित अपराध का शिकार नहीं हुई थी।रावण ने भी सीता जी को अशोक वाटिका में महिला पुलिस कर्मियों की देखरेख में रखा। इस समय हम भारतीयों को यह सोचना है कि जब तक देश में बेटियों की इज्जत लुटती है, रिश्वतखोर इस देश में खुले घूम रहे हैं, जनता का खून चूस रहे हैं, अन्याय, अत्याचार और शोषण का बोलबाला है। बाहुबली और दबंग ही समाज में शान के साथ घूमते हैं और जिस देश की संसद और विधानसभाओं में सैकड़ों ही दागी आरोपी इस समय देश का कानून बनाने का काम कर रहे हैं उस देश को रावण जलाने से पहले सौ बार सोचना होगा कि क्या हमारे हाथ इतने साफ हैं कि हम रावण को जला सकें।
विजयदशमी के बाद राम राज्य स्थापित होता है। संकल्प लेना होगा कि हम केवल कागजी रावण को ही नहीं जलाएंगे, समाज में फैली बुराई और समाज विरोधी तत्वों को भी समाप्त करेंगे। चाहे इसके लिए कितना भी बलिदान क्यों न करना पड़े। इस मौके पर दशहरा पर्व बजरंगी सेना की टोलियां भी आई हुई थी।श्री राम जी लक्ष्मण जी की झांकियां लोगों को अपनी और आकर्षित कर रही थी। ढोल की ताल पर बजरंगी सेना नाचते हुए दिखाई दिए।