
विलेन बनकर मचाया धमाल, अब नई राह की तलाश
बॉबी देओल ने ‘आश्रम’ और ‘एनिमल’ में विलेन बनकर सबको हैरान कर दिया और अपनी पुरानी हीरो वाली छवि से अलग रास्ता चुना। लेकिन अब उनके पास सिर्फ निगेटिव किरदारों के ऑफर आ रहे हैं, और वो कहते हैं कि वो इस ढांचे से बाहर निकलना चाहते हैं। बॉबी का मानना है कि विलेन बनना रोचक और चुनौती भरा है, पर अब वो कुछ नया और अलग ट्राई करना चाहते हैं। उन्होंने ‘रेस 3’, ‘लव हॉस्टल’ और ‘कंगुवा’ में भी खलनायक बनकर तारीफ बटोरी। इस ब्लॉग में हम बॉबी के इस सफर की बात करेंगे कि वो विलेन की छवि से कैसे आगे बढ़ना चाहते हैं। उनकी बातों से लगता है कि वो अपने करियर में ताजगी लाना चाहते हैं। तो चलिए, उनकी कहानी को थोड़ा करीब से जानते हैं!
आश्रम’ ने दी नई पहचान
बॉबी देओल कहते हैं कि प्रकाश झा की ‘आश्रम’ सीरीज में बाबा निराला का रोल उनके लिए बड़ा टर्निंग पॉइंट रहा। इस सीरीज के तीसरे सीजन का दूसरा हिस्सा हाल में आया है। ‘पीटीआई-भाषा’ से बात करते हुए बॉबी ने कहा, “इसने मेरी जिंदगी बदल दी, लोगों ने मुझे नए ढंग से देखा। उस वक्त मेरे करियर में प्रकाश जी के अलावा कोई ये यकीन नहीं कर रहा था कि मैं ऐसा कर सकता हूं।” उनके हिसाब से इस किरदार ने लोगों का नजरिया बदला और उन्हें नई शोहरत दी। लेकिन अब वो इस विलेन वाली इमेज में फंसते जा रहे हैं। वो इसे तोड़ने की कोशिश में हैं, पर उनका मकसद ये नहीं कि वो सिर्फ हीरो बनें। बॉबी को हाल के रोल्स से मिली तारीफ ने उन्हें जोश दिया है। वो इस साल अपने 30 साल के फिल्मी सफर को याद कर रहे हैं।
विलेन बनने का रोमांच और नई मंजिल
बॉबी ने 1995 में ट्विंकल खन्ना के साथ ‘बरसात’ से करियर शुरू किया था। अब वो जो किरदार कर रहे हैं, वो पहले उनके लिए सहज नहीं थे। उन्होंने कहा, “शुरू में इन रोल्स को करने में मुझे झिझक हुई, क्योंकि इसके लिए मुझे खुद को ढकेलना पड़ा और ढेर सारी मेहनत करनी पड़ी।” विलेन बनना उनके लिए नया था और थोड़ा मुश्किल भी, पर इसने उन्हें नया रास्ता दिखाया। अब वो इस छवि से बाहर आकर कुछ अलग करना चाहते हैं। बॉबी कहते हैं कि विलेन के किरदार मजेदार हैं, लेकिन वो अब नई चीजें आजमाने के मूड में हैं। हाल के रोल्स से मिली अच्छी वाहवाही ने उन्हें आगे बढ़ने की ताकत दी है। वो अपने 30 साल के करियर को अब नया मोड़ देना चाहते हैं।
ओटीटी का जादू और आने वाला वक्त
बॉबी देओल ने ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की तारीफ की, जिन्होंने एक्टर्स के लिए नई राहें खोली हैं। ‘आश्रम 3- पार्ट 2’ गुरुवार को ‘एमएक्स प्लेयर’ पर रिलीज हुआ। उनका कहना है कि डिजिटल दुनिया ने उन्हें वो मौका दिया, जो पहले शायद नहीं मिलता। ‘आश्रम’ से लेकर ‘एनिमल’ तक, इन किरदारों ने उन्हें दर्शकों में नई जगह दिलाई। लेकिन अब वो इस विलेन वाली छवि से आगे बढ़ना चाहते हैं। बॉबी कहते हैं कि वो लीड रोल की भूख नहीं रखते, बस कुछ नया और अलग करना चाहते हैं। हाल के किरदारों को मिली शाबाशी उनके लिए बड़ी चीज है। 30 साल के फिल्मी करियर में वो कई ऊंच-नीच देख चुके हैं, और अब वो अपने सफर को नई दिशा देना चाहते हैं। क्या वो फिर कुछ नया लेकर आएंगे? ये वक्त ही बताएगा!